डॉक्टर का आला (Stethoscope भाई) दर्ज़ी का इंची-टेप और कॉन्सटेबल की लाठी हमेशा उसके साथ रहती है. चलो डॉक्टर तो आला से मरीज़ों को चेक करता रहता है, दर्ज़ी भी इंची-टेप को काम में लाता रहता है लेकिन कॉन्सटेबल तो हर वक्त लाठी नहीं चला सकता न!  

बोरियत से परेशान हो कर कर्नाटक के हुबली ग्रामीण पुलिस स्टेशन में हेड कॉन्सटेबल के पद पर तैनात चंद्रकांत हटगी ने अपनी फ़ाइबर की लाठी की बांसुरी में बदल दिया.  

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52 वर्षीय पुलिस अधिकारी कोर्ट में वॉरेंट का मामला देखते हैं और अक्सर उन्हें बंदोबस्त ड्यूटी पर लगा दिया जाता है, जिसे चंद्रकांत ‘बोरिंग’ मानते हैं. इस बोरियत से बचने के लिए उन्होंने 2017 में अपने लाठी में छेद करवा लिया और उसे बांसुरी की तरह इस्तेमाल करने लगे. चंद्रकांत की बेटी गायक है, बाप-बेटी की जोड़ी साथ में कई शो कर चुकी है.  

बेंगलुरू के आईपीएस अधिकारी भास्कर राव को जब चंद्रकांत के हुनर के बारे में पता चला, तो उन्होंने चंद्रकांत को ऑफ़िस में बुला कर लाठी वाली बांसुरी बजवाई और वीडियो बना कर अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर कर दिया.  

वीडियो को 8000 बार देखा गया और इसे हज़ार से भी ज़्यादा लोगों ने लाइक किया, वीडियो पर कमेंट काफ़ी अजीब-ओ-ग़रीब आए.  

कमेंट बॉक्स में आप बताइए कि आपने बोरियत भगाने के लिए क्या अनोखा किया है.