इंजीनियर्स ने हमारी दुनिया में एक से बढ़कर एक इमारतें बनाई हैं. कुछ को देखकर तो यकीन भी नहीं होता कि यह इमारत इन्सान ने बनाई है या देवताओं ने. मगर आपने सुना होगा ना सिरफिरे हर जगह मिल ही जाते हैं. तो आज हम आपके लिए कुछ ऐसे ही सिरफिरे इंजीनियरों के कारनामें लेकर आये हैं जिन्हें देख कर आप हंसी से लोटपोट हो जायेंगे.

1. भाई रेलिंग तक तो ठीक था, लेकिन नीचे वाली सीढ़ी का क्या हुआ?

2. इस दरवाजे तक पहुंचने के लिए तो सुपरमैन बनना पड़ेगा.

3. लगता है इस पेंटर को कुछ ज़्यादा ही जल्दी थी.

4. ये तो कलाकारी की हद ही हो गयी.

5. यहां सब कुछ धोया जाता है.

6. लगता है यह खानदानी दरवाज़ा आखिरी बार अंग्रेजों के टाइम पे खुला था.

7. भाई ने क्रिएटिविटी दिखाने के चक्कर में कबाड़ा कर दिया.

8. इस वॉशबेसिन में आप नहा भी सकते हैं.

9. लगता है इस घर के लोगों में भी पास-पास रहने की आदत है.

10. इस ज़ेबरा क्रॉसिंग पर तो असली वाला ‘ज़ेबरा’ ही चल सकता है.

11. यहां जो एक बार ऊपर गया वो दोबारा नीचे नहीं आया.

12. लगता है इस घर को बनाने वाले इंजीनियर मंगल ग्रह से आये थे.

13. इस घर में तो बड़े से बड़ा शहंशाह सिर झुका के आता है.

14. मेहमानों से बचने का यह तरीका अच्छा है.

15. अब ये सीढ़ी इस डिश का ज़िन्दगी भर साथ निभाएगी.

16. इसे कहते हैं सफलता की सीढ़ी.

17. लगता है भाई को किसी से बदला लेना था.

18. अंग्रेज़ इसी रास्ते से भारत आये होंगे.

19. इस रास्ते को कभी किसी की नज़र नहीं लगेगी.

20. इस घर में तो बिजली का बिल भी बहुत कम आता होगा.

21. इसे कहते हैं नागिन डांस.

22. अच्छा हुआ ताजमहल को इस मिस्त्री से नहीं बनवाया.

23. यहां कुछ भी छुपकर नहीं किया जाता है.

24. जिन लोगों को अन्दर जगह नहीं मिलती वो यहीं आकर बैठते हैं.

25. अब दरवाजा तोड़ें कि खम्बा.

26. लगता है भाई बोर्ड लगाते वक्त अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में सोच रहा था.

27. लगता है कारीगर को पूरे पैसे नहीं मिले थे.

28. ये है असली वाला जुगाड़.

29. यहां बॉल डालने के बाद आप कहीं और कुछ डालने के काम के नहीं रहोगे.

30. कितना भी ज़ोर से प्रेशर हो, इस टॉयलेट को देख के रूक जायेगा.

31. इसको बनाने वाले को तो नरक में भी जगह नहीं मिलेगी.

32. इस बालकनी में केवल भूत जा सकते हैं. हमारी तो हिम्मत है नहीं.

क्यों, मजा आया ना. अब जल्दी से अपने दोस्तों से शेयर करके उन्हें भी मजा दो. वैसे भी कहते हैं ना, खुशियां बांटने से बढ़ती हैं.