जानवरों के अंदर किसी भी बीमारी से लड़ने की क्षमता इंसानों से कहीं ज़्यादा होती है. ऐसे में उनकी इस शक्ति को इंसानों के लिए उपयोगी बनाने के लिए वैज्ञानिक खोज करते रहते हैं. इसी के चलते एक नई रिसर्च सामने आई है.
इस रिसर्च के मुताबिक गाय के अंदर HIV यानि AIDS से लड़ने की ताकत होती है. वैज्ञानिक बताते हैं कि 100 में से सिर्फ़ 10 लोग ही हैं, जिनके अंदर HIV से लड़ने की ताकत होती है. उनका भी शरीर उपचार के 2 साल बाद HIV से लड़ने के लिए तैयार हो पाता है.
दुनियाभर में डेयरी प्रोडक्ट्स को सेहत के लिए लाभदायक बताया जाता है. इसके साथ ही अब गाय हमें तेज़ी से फ़ैल रहे HIV से भी निजात दिलाएगी. रिसर्च के मुताबिक इंसान के शरीर में AIDS का पता लगने में 2 साल का समय लगता है. इसका कारण है Neutralising Antibodies. ये धीरे-धीरे शरीर में फ़ैलना शुरू करता है और करीब 2 साल में इसका असर दिखने लगता है. तब तक इसके इलाज या रोकथाम करने के लिए वक़्त निकल चुका होता है.
लेकिन गाय के अंदर इससे लड़ने की क्षमता काफ़ी ज़्यादा होती है. अपनी इम्यून शक्ति से गाय खुद ही इस ख़तरनाक बीमारी के किटाणुओं को 30 से 40 दिन में खत्म कर देती है.
इस रिसर्च को The US National Institutes of Health ने अंजाम दिया है. उनके मुताबिक वो इस रिसर्च को पूरा करने के काफ़ी करीब हैं. उनकी टीम अब इसे दवाई के रूप में बनाने की कोशिश कर रही है, ताकि आने वाले वक़्त में इंसान भी AIDS से लड़ने में सक्षम हो जाए.
अगर ये रिसर्च पूरी तरह से सफ़ल रही, तो इंसानों के लिए ये दवाई किसी अमृत से कम नहीं होगी.
Source: Nature