कौन कहता है कि जानवरों में इंसानों सी ममता नहीं होती. जानवर भी अपने बच्चों को उतना ही प्यार करते हैं, जितना इंसान करते हैं. जिन गोरिल्ला, चिम्पांजी को देखते ही अच्छे-अच्छों को हवा निकल जाती है, उनमें भी इंसानों सी ममता और एक-दूसरे के लिए प्यार होता है. गुस्सा आने पर गोरिल्ला अक्सर खूंखार हो जाते हैं, वहीं दिल के बड़े भोले भी होते हैं
आज हम आपको एक ऐसे गोरिल्ला के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इन दिनों सुर्ख़ियों में है. 24 वर्षीय बोबो गोरिल्ला को साल 1996 में अफ़्रीका की एप एक्शन टीम रेस्क्यू कर Mefou Sanctuary ले आई थी. इस समय बोबो अपने ग्रुप के तीन नर और तीन मादा सदस्यों में सबसे ताक़तवर मेल गोरिल्ला है. वो न सिर्फ़ ताक़तवर है बल्कि हर कोई उससे डरता भी है, बावजूद इसके उसके अंदर भी बच्चों सा दिल है.
दरअसल, इन दिनों उसकी दोस्ती एक छोटे से Bush Baby से हो गयी है, जो अपनी मां से बिछड़कर इन गोरिल्लाओं के बीच आ गया था. बोबो इस छोटे से Bush Baby से बेहद प्यार करता है. वो अब अपने ग्रुप के अन्य गोरिल्लाओं के साथ रहने के बजाय Bush Baby के साथ रहना पसंद करता है.
1- बोबो दिखने में जितना खूंखार लगता है दिल का उतना ही सॉफ़्ट भी है.
2- आईये बोबो के इस नन्हें यार से मिलते हैं.
3- मेरे शरीर पर मत जाओ ‘दिल तो बच्चा है जी’.
4- बोबो इस Bush Baby को मां जैसा प्यार करता है.
5- बोबो का ये नन्हा यार भी उससे डरने के बजाय उसके साथ खेलने लगता है.
6- ज़मीन पर बैठना हो या पेड़ पर बोबो और उसका ये दोस्त हर वक़्त साथ होते हैं.
बोबो के ग्रुप के गोरिल्ला भी इसके साथ खेलना चाहते हैं, लेकिन वो किसी को इसे छूने भी नहीं देता.