नशा इंसानों को ही नहीं बल्कि जीव-जंतुओं और पशु-पक्षियों को भी मज़बूर कर देता है. इंसान की तरह ही पशु-पक्षी भी नशे का डोज़ नहीं मिल पाने पर लाचार और बेबस हो जाते हैं. जैसी हालत एक Drug Addicted आदमी की होती है, ठीक वैसी ही हालत है इन तोतों की. ये Drug-Addicted तोते एक तरह से अफ़ीम के खेतों में क़ैद हो कर रह गये हैं. ये पूरे दिन इस बात की ताक में रहते हैं कि कब किसान Morphin से भरे इन फसलों की फूलों को काट कर निकाल दें और तोते अपनी तलब मिटा सकें.
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जब किसान अपना काम खत्म करके निकल जाते हैं, तो तोते फसलों की बालियों पर झपट पड़ते हैं और उन्हें मुंह में लेकर चबाते रहते हैं. हालांकि, अभी तक इन नशेड़ी पक्षियों ने किसी के आने पर कर्कश आवाज़ निकाल कर सबको आगाह करना नहीं सीखा है. एक फ़ुटेज में ऐसा दिखा है कि ये अपने नशे की वस्तु पाने के बाद किसी पेड़ की सबसे ऊंची डाली पर बैठ जाते हैं और सुरूर का मज़ा लेते हैं. कभी-कभी अपने नशे में डूबे होने के कारण ये वहीं सो जाते हैं और घबराहट में नीचे गिर पर मर जाते हैं.
किसानों का कहना है कि उन्होंने इन पक्षियों को खेतों से दूर रखने के लिए पटाखे जलाये, ड्रम बजाये, पर इन पर कोई असर नहीं होता. किसान अपने खेतों में घंटों इनको भगाने में जुटे रहते हैं. सबसे पहले ये घटना 2015 में रिपोर्ट की गई थी, पर उसके बाद पूरे क्षेत्र में ऐसी घटनाएं फ़ैलने लगीं. किसानों ने सरकारी नारकोटिक्स डिपार्टमेंट में भी इसकी जानकारी दी थी. विभाग इस बात पर नज़र रखता है कि कहीं कोई किसान कहीं और तो ड्रग नहीं बेच रहा. ऐसे ही एक किसान इन तोतों की वजह से विभाग की नज़र में आ गया. तोतों ने एक साल में उसकी फसल का 10 परसेंट हिस्सा चुरा लिया था और विभाग को लगा कि वो धांधली कर रहा है.
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किसानों का कहना है कि ये नशेड़ी तोते इतने शातिर हो गये हैं कि आवाज़ भी नहीं करते. ये आवाज़ तभी करते हैं, जब उनका काम पूरा हो जाता है और ये उड़ने वाले होते हैं. किसान इन पर निगाह रखते हैं और ये किसानों पर निगाह रखते हैं. किसानों ने इनको भगाने की हरसंभव कोशिश कर ली है, पर ये नशेड़ी तोते अपनी जान को ख़तरे में डाल कर हर बार वापस आ जाते हैं. पहले तो ये तोते सिर्फ़ राजस्थान के चितौड़गढ़ में देखने को मिलते थे, पर अब ये मध्यप्रदेश के नीमुच के 40 मील के क्षेत्र में भी देखे जाते हैं. सरकार किसी किसान को तभी अफ़ीम की खेती करने का लाइसेंस देती है, जब वो सरकार को ये बताता है कि वो कितनी मात्रा में अफ़ीम उगाएगा.
नशे की आदत बहुत गन्दी है, इंसान तो इंसान, जानवर भी इसके लिए तड़पने लगते हैं. इसलिए नशे से दूरी बनाये रखने में हम सबकी भलाई है.