‘बच्चे हो, तुमसे नहीं होगा.’
और अगर इन सब के बाद भी बच्चे नहीं मानते और सवाल पर सवाल करते रहते हैं, तो बड़े चिढ़ कर या तो उन्हें डांट देते हैं या फिर हाथ उठा देते हैं.
1) घायल हुए चूज़े को अस्पताल लेकर पहुंचा Derek C Lalchhanhima
6 साल के Derek ने साइकिल चलाते वक़्त एक चूज़े को ग़लती से घायल कर दिया. घायल चूज़े और जेब में रखे कुछ पैसों को लेकर ये बच्चा चूज़े का इलाज करवाने के लिए अस्पताल पहुंच गया.
2) हॉर्न के शोर को कम करने का तरीका बताया महिका ने
At the end of a tiring day, when you see something like this in the mail..the weariness vanishes…I know I’m working for people like her, who want a better—and quieter world! 😊 pic.twitter.com/lXsGLcrqlf
— anand mahindra (@anandmahindra) April 3, 2019
11 साल की महिका मिश्रा ने आनंद महिंद्रा को बेवजह हॉर्न से होने वाली परेशानी के बारे में बताया. साथ ही ये भी सलाह दी कि महिंद्रा कार में ऐसा हॉर्न लगाएं, जिन्हें 10 मिनट में सिर्फ़ 5 बार बजाया जा सके.
3) ग्लोबल वॉर्मिंग पर कदम उठाने पर बड़ों को मजबूर करने के लिए संसद के सामने धरने पर बैठ गई Greta
जिस उम्र में ज़्यादातर बच्चे करियर और भविष्य की चिन्ता करते हैं, उस उम्र में स्वीडन की 16 वर्षीय Greta Thunberg ने पृथ्वी को बचाने का ज़िम्मा ले लिया. स्कूल से अक दिन छुट्टी लेकर वो हर हफ़्ते संसद के सामने सालभर तक धरने पर बैठी.
4) बच्चों के लिए Drag Club खोला Desmond Naples ने
LGBTQ Community के एक एक्टिव सदस्य 10 वर्षीय Desmond ने बच्चों के लिए न्यूयॉर्क में Drag Club खोला है. बच्चे अपने आप को एक सुरक्षित माहौल में Express कर सके, इसीलिए Desmond ने छोटी सी कोशिश की है.
5) Stray Dogs के लिए शेल्टर होम बना दिया चांदनी ने
9वीं कक्षा में पढ़ने वाली 14 साल की चांदनी ग्रोवर को कुत्तों से बेहत लगाव है. एक दिन उसने तेज़ी से आती एक कार को एक Stray Dog को बेरहमी से कुचलते देख लिया और तभी कुछ करने की ठान ली. चांदनी ने एक शेल्टर होम बनाया, जिसमें आज 48 Stray Dogs रहते हैं.
6) इलाके की गंदगी को कम करने के लिए अकेले कदम उठाया रेहान ने
अहमदाबाद के रेहान ने पिछले साल दिवाली-छठ की छुट्टियों में अपने घर के पास पनप रहे कचरे के ढेर को ख़त्म करने के लिए काम शुरू किया. इलाके और कचरे के ढेर के आस-पास रिसर्च करने से लेकर उसने Municipality को ख़त भी लिखा.
7) पापा ने टॉयलेट बनाकर नहीं दिया, तो हनीफ़ा ने पुलिस में शिकाय कर दी
इस दौर में जब पूरा देश स्वच्छता को लेकर कदम उठा रहा है, ऐसे में हनीफ़ा को भी अपने घर में शौचालय बनवाने की धुन चढ़ी. 7 साल की हनीफ़ा ने अपने पापा से 2 साल पहले टॉयलेट बनवाने को कहा था पर पापा ने नहीं बनवाया. मासूम हनीफ़ा ने खाना-पीना छोड़ा दिया और पापा की शिकायत करने थाने पहुंच गई.
8) 250 ग्रामीण लड़कियों को गोद लेकर उनके सैनिटरी पैड का ज़िम्मा लिया रीवा ने
दुबई की रीवा ने दुबई में सैनिटरी पैड के लिए पैसे इकट्ठा किए और महाराष्ट्र की 250 ग्रामीण लड़कियों को सालभर के लिए सैनिटरी पैड डोनेट किए.
बच्चे अच्छे अच्छों को बहुत कुछ सीखा सकते हैं.