कहीं बाढ़ है, तो कहीं सूखा. गर्मियां ज़्यादा दिनों तक रहने लगी हैं और सर्दियों के दिन कम हो गए हैं. ये हाल हमारे देश का ही नहीं पूरी दुनिया का है. तेज़ी से हो रहे कार्बन उत्सर्जन से पूरी पृथ्वी के तापमान में वृद्धि हो रही है, जो इस गृह की जलवायु को भी प्रभावित कर रहा है. दिन पर दिन हमारे वायुमंडल की बदलती स्थिति इस ओर इशारा कर रही है कि हम धीरे-धीरे प्रलय की ओर बढ़ रहे हैं. आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही Facts के बारे में जो बताते हैं कि पृथ्वी धीरे-धीरे मर रही है.
1. मानसून में आई बाढ़ में देश के अलग-अलग इलाकों में क़रीब 250 लोगों की मौत हो चुकी है.
2. आर्कटिक सर्कल जो दुनिया की सबसे ठंडी जगह है वहां के जंगलों में भी आग लग जाना.
3. दशकों के बाद आए चेन्नई में सूखे के कारण लोगों के पास पीने के लिए साफ़ पानी भी नहीं है.
4. तब से जुलाई 2019 सबसे गर्म महीना है, जब से तापमान के रिकॉर्ड रखे जा रहे हैं.
5. एक रिसर्च के मुताबिक, 0.5 डिग्री तापमान में वृद्धि होने के कारण चीन में 30 हज़ार लोगों की मौत हो जाएगी.
6. अगले 5 सालों में ग्लोबल वार्मिंग के चलते पृथ्वी का तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाएगा.
7. दिल्ली में इस साल जुलाई में सबसे अधिक गर्मी पड़ी. इस महीने में सबसे अधिक तापमान रिकॉर्ड किया गया.
8. पिछले 30 सालों में दुनिया ने अपनी आधी कोरल रीफ़(समुद्री शैवाल) खो दी है.
9. इस सदी के अंत तक हिमालय और हिंदुकुश पर्वत के एक तिहाई ग्लेशियर पिघल जाएंगे.
10. आर्कटिक के दुर्गम क्षेत्रों में भी प्लास्टिक पाया गया है.
11. हाल ही में ग्रीनलैंड का एक ग्लेशियर पिघल गया.
12. लगातार हो रही वनों की कटाई के चलते अमेज़न जंगलों का एक चौथाई से अधिक हिस्सा 2030 तक ख़त्म हो जाएगा.
13. ग्लोबल वार्मिंग के चलते बर्फ़ से ढका रहने वाला साइबेरिया अगले 50 सालों में लोगों के रहने लायक बन जाएगा.
14. अगले साल तक भारत के अधिकतर शहरों में भू-जल ख़त्म हो जाएगा.
15. पिछली सदी में ग्लोबल सी लेवल 8 इंच तक बढ़ गया है.
ये सभी Facts इस ओर इशारा करते हैं कि ख़तरे की घंटी बज चुकी है. हमें सचेत हो जाना चाहिए.
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