सफ़लता के लिए जितनी ज़रूरी है मेहनत, उतना ही ज़रूरी है जुनून. सफ़ल लोगों में एक गुण ज़रूर होता है, वो है अपने लक्ष्य को पाने तक उस पर आंखें गड़ाए रखना. Wang Enlin नाम का ये किसान भी ऐसे ही लोगों में से है, जो अपने दृढ़ निश्चय से दुनिया के लिए मिसाल बन गया है.

Wang Enlin के साथ कुछ गलत हुआ, उसे लगा कि उसे इंसाफ़ नहीं मिला है, पर उसने हार नहीं मानी. चीन के इस किसान ने एक केमिकल फर्म से मुक़दमा लड़ने के लिए 16 साल तक लॉ पढ़ा. इस फर्म ने उसके खेत में टॉक्सिक कचरा डाल दिया था, जिससे उसके खेत को नुकसान पहुंचा.

2001 में Qihua Group ने किसान के खेत में टॉक्सिक कचरा डाला था. इस फर्म की फैक्ट्री ने दूषित पानी खेतों में छोड़ दिया था, जिससे कई किसानों के खेतों को नुकसान हुआ था. इसके बाद किसान लम्बे समय तक फसल भी नहीं उगा पाए थे.

इसके बावजूद, कंपनी खेतों में 15 सालों तक टॉक्सिक पानी छोड़ती रही. हर साल ये कंपनी 15,000 से 20,000 टन केमिकल कचरा खेतों में डालती थी. Wang Enlin ने जब इसके खिलाफ़ ख़त लिख कर शिकायत की, तो उससे इस बात का सबूत देने को कहा गया कि उसके खेत को नुकसान पहुंचा है.

Wang Enlin ने बताया कि वो ये जानता था कि वो सही है, पर उसे कानून के हिसाब से खुद को सही साबित कैसे करना है, ये उसे नहीं पता था. उसी दिन उसने फैसला किया कि वो पढ़ाई कर के कानूनी दाव-पेंच सीखेगा.

उसने फैसला तो कर लिया था, पर ये राह इतनी आसान नहीं थी. उसके पास किताबें खरीदने को भी पैसे नहीं हुआ करते थे, ऐसे में पढ़ाई जारी रख पाना मुश्किल था. वो एक लोकल स्टोर में जाकर किताबें पढ़ता था और एक नोटबुक में सभी ज़रूरी बातें लिखता जाता था. सोलह साल तक उसका ये संघर्ष जारी रहा.

2015 में केस की सुनवाई शुरू हुई और Wang Enlin ने एक मिसाल कायम करते हुए पहला राउंड जीत लिया. कंपनी ने फै़सले के खिलाफ़ अपील की है, पर Wang Enlin ने भी अंत तक लड़ने की ठान रखी है.

Wang Enlin की कहानी किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं है और Wang Enlin भी एक हीरो है.