आज सुबह-सुबह ही पता चला कि कैफ़े कॉफ़ी डे ‘CCD’ के संस्थापक, वी.जी. सिद्धार्थ अब इस दुनिया में नहीं रहे. ख़बरों के मुताबिक, पिछले 2 दिन से ग़ायब सिद्धार्थ की लाश, बुधवार सुबह 6 बजे मंगलुरू के पास नेत्रावती नदी से मिली है. दुख़ हुआ ये जानकर कि जिस जगह से कई लोगों के सपनों की शुरूआत हुई थी, अब उसी को खड़ा करने वाला हमारे बीच नहीं है.
CCD वो जगह जहां जाने से पहले सोचना नहीं पड़ता. बिज़ेनस मीटिंग हो, दोस्तों के साथ गपशप करनी हो या फिर डेट पर ही क्यों न जाना हो, सबकी पहली पसंद CCD ही होता है. यहां बैठ कर कॉफ़ी पीने में जो सुकून और शांति मिलती है, वो आनंद कहीं और नहीं लिया जा सकता है. CCD गुणवत्ता के साथ-साथ आम आदमी के बजट का ख़्याल भी रखता है. शायद यही वजह है कि कॉलेज टाइम में स्टूडेंट्स भी CCD की कॉफ़ी पीने की सोच सकते हैं.
वी.जी. सिद्धार्थ को याद करते हुए हमने अपने सहयोगियों पूछा कि पहली बार वो किस मौके पर CCD गये थे और वहां से उनकी कौन सी पहली याद जुड़ी हुई है.
तो चलें CCD की यादों की सैर पर:
1.
मैं CCD पहली बार अपने दोस्त के साथ रिहर्सल डेट पर गया था. अगले दिन उसे उसी CCD में अपने इंटरनेट फ्रेंड के साथ डेट पर जाना था. वो कभी CCD नहीं गया था, अगले दिन फ़र्स्ट इंप्रेशन ख़राब न हो, इसलिए एक दिन पहले रिहर्सल के लिए मुझे ले गया था, बिल भी उसी ने दिया था. उस दिन पता चला था कि CCD वालों की कॉफ़ी में 3 शुगर पाउच घोल दो तब भी वो मीठी नहीं होती.

2.
मैं पहली बार CCD वैष्णोदवी की चढ़ाई के दौरान रात के 2 बजे गई थी और ठंड के मौसम में वहां की कॉफ़ी पीकर बहुत ही अच्छा फ़ील हुआ था. उससे पहले मैंने सिर्फ़ बाहर से ही देखा था CCD क्योंकि मुझे लगता था कि वहां की कॉफ़ी बहुत महंगी होती है. वैसे महंगी तो आज भी है.

3.
CCD में मेरी पहली डेट थी. वहां जब वेटर ने पूछा कि क्या ऑर्डर है, तो हम दोनों ने साथ में अलग-अलग जवाब दिया. मैंने कोल्ड और उसने हॉट कॉफ़ी. आख़िर में 2 कोल्ड कॉफ़ी ही आई.

4.
दोस्त ने पहली पगार आने पर CCD में ट्रीट दी थी और ये मेरे CCD की कॉफ़ी का पहला एक्सपीरियंस था.

5.
मैं 2012 में पहली दफ़ा CCD अपनी फ़्रेंड के साथ गई थी. उस दौरान मैं एक न्यूज़ चैनल में इंटर्न थी और हम दोनों ने वहां पहली कॉफ़ी अपनी-अपनी पॉकेटमनी से पी थी.

6.
मैं ज़िंदगी में पहली बार अपनी क्रश के साथ डेट पर गया था. सीपी में मिलने के बाद जब मैंने उससे पूछा कि कहां चलें? तो वो बोली की CCD चलते हैं. इससे पहले मैं कभी CCD नहीं गया था. मुझे लगा मेरा पोपट हो गया अब पक्का. मैंने बिना डरे उसे बोला कि मैं कभी CCD नहीं गया हूं. फिर वो ले गई थी मुझे सीपी के बी ब्लॉक वाले CCD में, उसी ने ऑर्डर दिया और पैसे भी. जब मैंने देखा कि कोल्ड कॉफ़ी 144 की है, तो मेरे मन में आया था कि ये तो बहुत अमीर है भाई. पहली डेट के बाद तो मुझे CCD का मेन्यू रट गया था रट.

7.
मैं CCD में पहली बार दोस्तों के साथ गया था. मुझे तभी पता चला कि कॉफ़ी इतने टाइप की भी होती है.

8.
कॉलेज में पहला दिन था. क्लॉस ख़त्म होने के बाद बगल में बैठी लड़की ने पूछा यार कॉफ़ी पीने चलोगी? यहीं पास में ही CCD है, मैंने बोला नहीं यार मुझे इतनी मंहगी कॉफ़ी नहीं पीनी. उसने बोला अंमा यार हम लखनऊ से हैं, चलो पैसे में दूंगी. मैं चली गई, इसके बाद हम दोनों की अच्छी दोस्ती भी हो गई.

इन सभी लोगों की तरह आपका भी CCD का कोई न कोई पहला किस्सा ज़रूर होगा. CCD से जुड़ी यादें आप कमेंट में शेयर कर सकते हैं.