अभी तक दुनियाभर में भारतीय इंजीनियर्स और डॉक्टर्स की डिमांड थी. लेकिन एक और भारतीय पेशा अब दूसरे देशों को अपनी तरफ़ खींच रहा है और वो पेशा है सपेरों का. सपेरे जो सांपों को पकड़ने में माहिर होते हैं.
फ़्लोरेडा वाइल्डलाइफ़ ने हाल ही में दो भारतीय सपेरों को जॉब दी है. इस जॉब में उन्हें ज़हरीले सांपों को पकड़ा होगा. तमिलनाडु के रहने वाले Masi Sadaiyan और Vaidivel Gopal की उम्र 50 साल है. और करीब 30 से ज़्यादा सालों से ये दोंनो इस पेशे में हैं. इन के साथ दो अनुवादकों को भी जॉब दी गई है, जो सांप पकड़ने और लोगों से बात करने में इन सपरों की मदद कर रहे हैं.
सिर्फ़ आठ दिनों में इन दोनों सपेरों ने फ़्लोरेडा के वाइल्डलाइफ़ ऑफ़िसर्स को चौंका दिया. इन दोनों ने मिल कर अभी तक 16 से ज़्यादा ज़हरीले सांपों को पकड़ा है. इतना ही नहीं, दोनों सपेरे वहां के लोगों को सांपों से बचना और उन्हें पकड़ने की कला भी सिखा रहे हैं.
तमिलनाडु के जंगलों में बहुत कम संसाधनों के साथ सांप पकड़ने की कला इनके काम आ रही है. फ़्लोरेडा में इन्हें तकनीकी रूप से भी मज़बूत किया गया है. इससे उन्हें अपने काम को अंजाम देने में कोई परेशानी नहीं आ रही.