अगर आप गूगल पर दुनिया में सबसे मज़बूत और सिक्योर जगह कौन सी है, ये सर्च करें, तो जवाब मिलेगा फ़ोर्ट नॉक्स. 


ये अमेरिका की वो तिजोरी है, जहां उसका सारा सोना रखा हुआ है. यहां करीब 50 हज़ार टन सोना रखा है, जो पूरी दुनिया के सोने का 2.5 फ़ीसदी है. इसकी कीमत तकरीबन 12,60000 करोड़ रुपये है. सुरक्षा ऐसी की कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता. इसलिए इसे पृथ्वी की सबसे सुरक्षित तिजोरी कहा जाता है. 

1936 में बनी ये बिल्डिंग किसी भी तरह के हमले को नाकाम करने में सक्षम है. चलिए आपको बताते हैं कि इससे जुड़े सुरक्षा इंतज़ाम के बारे में:

30 हज़ार सैनिक सुरक्षा में हैं तैनात  

फ़ोर्ट नॉक्स में अमेरिका का ख़ज़ाना तो रखा ही है, साथ ही ये एक मिलट्री बेस है. इसकी सुरक्षा में लगभग 30,000 जवान तैनात हैं. अमेरिकी सेना युद्ध में जिन-जिन हथियारों का इस्तेमाल करती है, वो सभी इसकी सुरक्षा में लगाए गए हैं.   

इसे चारों तरफ़ से 4 दीवारों से घेरा गया है. इनमें से दो दीवारों में बिजली का करंट दौड़ता रहता है. बाकी की दो दीवारों को अमेरिकी सेना के जवान गार्ड करते हैं. साथ ही इनके आस-पास लैंड माइन्स भी बिछाई गई हैं. 

रोबोट्स का भी होता है इस्तेमाल

अगर इनसे बचकर कोई निकल भी जाए, तो कैमरे की नज़रों से बच पाना मुश्किल है, जो इसके चप्पे-चप्पे पर नज़र रखते हैं. इसके अलावा इसकी सुरक्षा में रोबोट्स को भी लगाया गया है.

मान लीजिए कोई इन्हें चकमा देकर आगे पहुंच भी गया, तो उसका समाना फिर से गार्ड्स और कैमरों से होगा. अगर आप इन्हें धोखा देकर आगे पहुंच भी गए, तब आपके सामने एक 4 फ़ीट मोटी दीवार खड़ी होगी, जो 750 टन ग्रेनाइट और स्टील की बनी है. इसे बारूद की मदद से ही उड़ाया जा सकता है. 

22 टन का है तिजोरी का दरवाज़ा

ये पार कर लिया, तो फिर से गार्ड्स का सामना होगा. इनसे निपटने के बाद 22 टन का तिजोरी का दरवाज़ा आपके सामने होगा. इसे खोलने के लिए आपको उन कर्मचारियों की ज़रूरत होगी, जिन्हें इसके कोड पता हैं, जो टुकड़ों में होते हैं. किसी को भी पूरा कोड पता नहीं होता. 

ये भी हो गया तब सेफ़ के अंदर और भी कई छोटी-छोटी तिजोरियां हैं, जिनमें सोना मौजूद है, इन्हें भी खोलना पड़ेगा. मान लीजिए आप ये भी करने में कामयाब हो जाते हैं, तब आपको तुरंत जितना सोना हाथ में आए, समेट कर निकलने की तैयारी करने होगी. 

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लेकिन ये इतना भी आसान न होगा. अब तक पूरे मिल्ट्री बेस को आपकी घुसपैठ की ख़बर लग चुकी होगी और आपका सामना आधुनिक हथियारों से लैस अमेरिकी सेना से होगा. यहां से आप निकल पाते हैं कि नहीं इसका जवाब तो भगवान ही जानते हैं. 

वैसे एक आदमी है, जो यहां तक पहुंचकर वापस आ चुका है, लेकिन रियल लाइफ़ में नहीं रील लाइफ़ में. ये थे जेम्स बांड सीरीज़ की तीसरी फ़िल्म गोल्डफ़िंगर के नायक, जो फ़िल्म में एक सैनिक की वर्दी में बाहर जाने में कामयाब हुए थे. 

इसे चुनौति न मान लेना, लेख है पढ़ने में ही अच्छा है.