सोशल मीडिया की वर्चुअल दुनिया हो या रियल लाइफ़ की असलियत, हर मौकों पर इंजीनियर्स की टांग खींची जाती है. फ़ेसबुक पर आने वाले Memes को देख कर तो कई बार ऐसा लगता है जैसे इंजीनियर होना ही अपने आप में कोई अपराध हो. इसके बावजूद इंजीनियरिंग कॉलेज में मस्ती का अपना एक अलग लेवल है, जहां एग्ज़ाम में आने वाली बैक को भी प्राइड की तरह लिया जाता है. आज हम आपके लिए कॉलेज की कुछ ऐसी ही बातें लेकर आये हैं, जिन्हें सिर्फ़ एक इंजीनियर ही समझ सकता है.
एक अनार सौ बीमार वाली कहावत यहां लड़कियों को ले कर बिलकुल फिट बैठती है.
साल में इतने दिन नहीं होते, जितने यहां एग्ज़ाम होते हैं.
Back यहां मजबूरी नहीं, बल्कि आदत बन जाती है.
अगर आप अब भी नहीं समझे, तो फ़ाइनल ईयर तक आने वाली 20-22 Back आपको अच्छे से समझा देंगी.
एक इंजीनियरिंग कॉलेज आपको भिखारी तक बना सकता है. मतलब टीचर के सामने मार्क्स के लिए आप गिड़गिड़ाना सीख जाते हैं.
मैकेनिकल इंजीनियर्स का दुःख आप इसी बात से समझ सकते हैं कि उनकी बिल्डिंग में गर्ल्स टॉयलेट ही नहीं होता.
मार्क्स के लिए होने वाला वाइवा ऐसा होता है, जैसे पुलिस किसी क्रिमिनल से पूछताछ कर रही हो.
अगर ग़लती से किसी लड़की से बात बन जाए, तो सारा कॉलेज आपका दुश्मन बन जाता है.
अगर आप लड़की हैं, तो यहां हर दूसरा लड़का आपका पीछा करते-करते आपको घर तक छोड़ कर आता है.
1st सेमेस्टर की शुरुआत में आप ड्रिंक के नाम पर पेप्सी या जूस पीते हैं, पर यही सेमस्टर ख़त्म होते-होते आपकी जीभ को Old Monk से ले कर Turbog तक सबका स्वाद पता होता है.
अगर आप बॉयज़ हॉस्टल में रहते हैं, तो आपकी रातों में Weed का धुंआ घुलने लगता है.
गर्ल्स हॉस्टल में भी रातों का आलम कुछ ऐसा ही होता है बस यहां हर रात सोशल मीडिया पर अलग सेल्फ़ी और अपलोड हो जाती है.
हर सेमेस्टर में आपकी अटैंडन्स का ग्राफ़ दिनों-दिन गिरता ही चला जाता है.
आप अपने आप में एक सुपर हीरो बन जाते हैं. क्योंकि एग्ज़ाम से एक रात पहले पूरी किताब को ख़त्म करना कोई हंसी-मज़ाक थोड़ी न होता है.
हर क्लास में एक लड़का ऐसा होता है, जो क्लास के बाहर आपको एग्ज़ाम में आने वाले चैप्टर्स के बारे में बताता है. सबसे कमाल की बात ये है कि उन चैप्टर्स में क्वेश्चन भी आता है.
कॉलेज का हर एग्ज़ाम आपसी सहयोग की एक अनोखी मिसाल होता है.
कॉलेज में घुसते ही आपको आपका कॉलेज एक कबूतरखाना लगता है, पर जब आप इसे छोड़ते हैं,तो इसी कबूतरखाने से आपको ऐसी मोहब्बत हो जाती है कि इसकी यादों को आप अपने साथ ले जाते हैं.
इंजीनियरिंग कॉलेज की कुछ ख़ासियत हमने बता दी, तो कुछ आप भी बता दो. आखिर यही मौका है अपने इंजीनियर दोस्तों के साथ मज़े लेने का.