कचरा उठाने वाले एक शख़्स ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसे जान कर हर किसी का दिल ख़ुश हो जाए. दरअसल, 32 वर्षीय कचरा कलेक्टर Serhat Baytemur ने तुर्की की राजधानी में एक लाइब्रेरी का निर्माण किया, वो भी कचरे में फ़ेंकी गई पुस्तकों से.
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कचरा उठाने वाले इस आदमी के सराहनीय कदम के बाद चारों ओर उसकी प्रशंसा हो रही है. Çankaya ज़िले के Ankara में स्थित इस पुस्तकालय में करीब 6 हज़ार से अधिक किताबों का संग्रह है. शुरुआत में किताबें केवल यहां कर्मचारी और उनके परिवार के लिए थी, लेकिन जैसे-जैसे किताबों की बढ़त होती गई, इसका इस्तेमाल पूरा समुदाय करने लगा और पिछले साल सितंबर में इसका उद्घाटन कर इसे जनता के लिए खोल दिया गया.
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ज़िला मेयर Alper Tasdelen बताते हैं कि हमने इन किताबों की एक लाइब्रेरी बनाने पर विचार किया. इसके बाद लोगों का समर्थन मिला और इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया. साथ ही सरकार ने लाइब्रेरी का निरक्षण कर, इसका उद्दघाटन किया.
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इस लाइब्रेरी में बच्चों की कॉमिक बुक से लेकर वैज्ञानिक अनुसंधान तक की किताबें मौजूद हैं. Bilingual Visitors के लिए अंग्रेज़ी और फ्रे़ंच पुस्तकें भी यहां पर उपलब्ध हैं. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, सप्ताह में दो बार किताबें दो बार उधार ली जा सकती हैं. वहीं ज़रुरत के मुताबिक समय बढ़ाया भी जा सकता है.
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इतना ही नहीं, दिन पर दिन लाइब्रेरी में किताबों का संग्रह इतना बढ़ता जा रहा है कि अब ये किताबें शैक्षिक कार्यक्रमों, स्कूलों और जेलों में भी मुहैया कराई जाती हैं. मामले पर बात करते हुए Serhat Baytemur कहते हैं कि पहले मैं आशा करता था कि काश मेरे घर में एक लाइब्रेरी होती, लेकिन अब यहां है.
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कितनी अजीब बात है न कि एक तरफ़ ऐसे लोग जो किताबों को बेकार समझ उन्हें कचरे में फ़ेंक देते हैं, वहीं दूसरी ओर एक ऐसा शख़्स है जिसने किताबों की क़ीमत समझ कर उनकी लाइब्रेरी बना दी. वैसे भी कहा गया है कि विद्या दान, महान दान होता है. आप और हमसब मिलकर कुछ ऐसा करने की सोच सकते हैं.
Source : cnn