आॅस्ट्रिया के Traunkirchen शहर में एक चर्च है. बीते दिनों, जब वहां पास के एक गार्डन में लोगों की नज़र पड़ी, तो उसमें लगी एक नई मूर्तिकला देख कर सबके होश उड़ गए. ये 6 फ़ीट लंबी प्रतिमा पुरुष लिंग की थी.


ये इसाई धर्म के क्रॉस के रास्ते में आ रहा था, जिसे लोगों ने जीसस से जोड़ कर, इसका विरोध करना शुरू कर दिया. कुछ ने इसे अप्रैल फ़ूल का मज़ाक भी कहा, लेकिन पलड़ा विरोधियों का भारी था!

शहर के मेयर Christoph Schragl ने तुरंत इसे ढकने के आदेश दे दिए. जब मूर्तिकार Juergen Hesz को इसकी जानकारी हुई, तो उसने अपनी मूर्ति को कला का बेहतरीन नमूना बताया. उसने बताया कि कई कलाकार और छात्र Penis की प्रतिमा को पसंद कर रहे हैं, जबकी कुछ लोग इसे गलत मान रहे हैं. उसने कहा कि ये कुछ महीनों से यहां है, अब तक किसी ने कुछ नहीं कहा और अचानक इसे ढकने के आदेश आ गए.


डीलर के हिसाब से लिंग हेलेनिस्टिक काल, यानि करीब 2000 साल पहले से प्रजनन का प्रतीक है. Hesz ने कहा कि उसके गार्डन में और भी मूर्तियां हैं, जिसमें सेंट पीटर की भी एक है.

उसने लोकल पर्यटक बोर्ड को ये भी कहा कि इस विशाल Penis को अपने प्रचार अभियान में जोड़ें, जिससे वहां ज़्यादा से ज़्यादा पर्यटक आएं.