सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव जी का जन्म दिवस हर साल कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है. समाज को नई दिशा और प्रकाश देने के कारण सिख संप्रदाय के लोग इनके जन्मदिवस को ‘प्रकाश पर्व’ के रूप में मनाते हैं. नानक देव समाज को एक उच्च आदर्श की ओर ले जाना चाहते थे. नानक देव ने लोगों को तीन बातों की शिक्षा दी- “पहला भगवान का स्मरण करो. दुसरा भगवान की भक्ति का मतलब कर्म से हटना नहीं है इसलिए भक्ति के साथ काम पर भी ध्यान दो. तीसरी बात इन्होंने सिखायी सिर्फ़ अपने लिए ही मत सोचो, जरूरतमंदों की मदद करो.”
1. प्रेम का एक संदेश
2. मेहनतकश इंसान बनो
3. अपना हक…
4. सबकी सहायता करो
5. सिमरन कर खुद पर करें परोपकार
6. माया के पीछे न भागो
7. सम्मान दो और सम्मान पाओ
8. चिंता, चिता के सामान है
9. खुद को जीतो
10. अहंकार इंसान को जानवर बना देता है
गुरु साहिब तो ज्ञान हैं, आलोक हैं, मार्गदर्शन हैं, ज्ञानचक्षु हैं, माता-पिता हैं, परमेश्वर हैं और आज भी “श्री गुरु ग्रन्थसाहिब” के रूप में हर पल, हर क्षण हमारे समीप हैं. उनके इन उपदेशों को अपना कर समाज को बदलने में योगदान दें.