हम हमेशा बड़े-बुज़ुर्गों और डॉक्टर्स से सुनते रहते हैं कि स्वस्थ सेहत के लिए केवल खाना-पीना ही नहीं, बल्कि व्यायाम, प्राणायाम और योग भी उतना ही ज़रूरी है. पर आजकल की दौड़-भाग भरी ज़िन्दगी में किसी के पास इतना टाइम ही नहीं होता कि अपने लिए थोड़ा सा समय निकाल सके. हमारी यही व्यस्त दिनचर्या ही हमको कई बीमारियों का शिकार बना देती है और हम उनके इलाज में हज़ारों रुपये लगा देते हैं. लेकिन फिर भी कोई फ़ायदा नहीं होता है. पर आपको बता दें कि हमारी स्वास्थ्य सम्बन्धी सभी बीमारियों का समाधान योग या मेडिटेशन में छिपा है.

क्या आप जानते हैं कि हमारे हाथों और पैरों की उंगलियों में बहुत से एक्यूप्रैशर प्वांइट होते हैं, जिनको दबाने से कई सारी बीमारियों का घर बैठे सही इलाज किया जा सकता है. अब आपको बता दें कि हस्त-मुद्रा चिकित्सा के अनुसार, हमारे हाथ, हाथों की अंगुलियों और अंगुलियों से बनने वाली मुद्राओं में निरोगी शरीर का राज़ छिपा हुआ है. हाथ की ये मुद्राएं मानसिक तनाव, सिर दर्द, पेट सम्बन्धी समस्यों और दिल की बीमारियों से बिना दवाइयों के आपको आराम दिला सकती हैं. आपको ये तो पता ही होगा कि मैडीटेशन योग का एक अहम हिस्सा है और अगर मेडिटेशन करने के दौरान आप हाथ की मुद्राओं का ध्यान रखेंगे, तो बहुत फ़ायदा होगा.

तो चलिए आज हम आपको ऐसी ही कुछ हस्त मुद्राओं के बारे में बताते हैं:

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अगर आप इन मुद्राओं को रोज़ तीस से पैंतालीस मिनट तक करेंगे, तो आपको बहुत लाभ होगा. अगर आप एक बार में सभी मुद्राओं को नहीं कर पाते हैं, तो दो-तीन बार में भी कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रखियेगा कि किसी भी मुद्रा को करते समय जिन उंगलियों का कोई काम न हो, उन्हें सीधा ही रखें. इन सब मुद्राओं का प्रयोग करते समय वज्रासन, पद्मासन और सुखासन का प्रयोग करना चाहिये.