कहते हैं कि जानवर बड़े संवेदनशील होते हैं. होना भी चाहिए क्योंकि इस दुनिया में इंसानों से दिन-प्रतिदिन संवेदना मरती जा रही है तो कहीं न कहीं तो ये संवेदनाएं बची रहनी चाहिए. कुत्ते और घोड़े ऐसे जानवर होते हैं, जिनके लिए उनका मालिक सबसे प्यारा होता है. उसको देख कर ही प्यार करने के लिए इतना बेचैन हो उठते हैं कि उसके आगे-पीछे पड़ जाते हैं. अब आपको बताते हैं ऐसे ही एक घोड़े ही कहानी, जिसके मालिक की मृत्यु हो गयी. नॉर्थ ईस्ट ब्राज़ील के ‘Cowboy Owner’ Wagner de Lima Figueiredo की 34 साल की उम्र में मौत हो गयी थी, जब उनके परिवार वाले भावभीनी विदाई के बाद उन्हें दफ़नाने के लिए ले जा रहे थे, तभी उनका घोड़ा वहां आकर ऐसे हिनहिनाने लगा जैसे वो खूब जोर-जोर से रो रहा हो.
![](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2017/01/586f827df89ec14098ae3e83_537084475.jpg)
Sereno नाम के इस घोड़े को अंतिम संस्कार में Wagner का भाई ले आया था क्योंकि ये घोड़ा Wagner के दिल के बहुत करीब था. Wagner के भाई Wando के अनुसार, घोड़े को सब पता था कि ये सब क्या हो रहा है, साथ ही उसे इसका भी अंदाज़ा था कि अब वो अपने मालिक को कभी नहीं देख पाएगा. इसलिए जब सब लोग Wagner को दफ़नाने के लिए ले जा रहे थे तो वो उनकी ताबूत पर सिर रख कर जोर से हिनहिनाने लगा. ये दृश्य देख कर Wagner के परिवार वाले और उनके अंतिम संस्कार में आये सारे लोग भावुक हो गए.
![](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2017/01/586f827df89ec14098ae3e83_645528489.jpg)
आपको बता दें कि Wagner की मौत नए साल के अगले ही दिन बाइक दुर्घटना में हो गयी थी. इस घोड़े के साथ Wagner ने कई प्रतियोगिताओं में परफॉर्म किया था और पुरस्कार भी जीते थे. उनके एक पारिवारिक मित्र ने कहा कि घोड़ा जिस तरह अपने मालिक की मौत का शोक व्यक्त कर रहा था, वो काफ़ी भावुक कर देने वाला दृश्य था. किसी को अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था. Wagner को श्रद्धांजलि देने आए कुछ Cowboys ने बताया कि घोड़े ने ताबूत की फांक से अपने मालिक का चेहरा देखा और वहीं बैठ गया, उसके बाद वो काफी देर तक उस पर सिर रखे आहें भरता रहा.
![](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2017/01/586f827df89ec14098ae3e83_102020744.jpg)
ये मामला ब्राज़ील में इतना चर्चित हो गया कि हज़ारों लोगों ने इसे फेसबुक पर शेयर किया. जानवर कभी भी इन्सान का एहसान नहीं भूलते और उनके अन्दर इंसानों जैसा द्वेष, ईर्ष्या और अन्य मानवीय बीमारियां भी नहीं होतीं. इसलिए आप भी जानवरों से प्रेम करना शुरू करें.