घर का काम करने से खास तौर पर युवा जी चुराते हैं. लेकिन आज के बदलते लाइफ़ स्टाइल में जहां लोग अकेले होते जा रहे हैं, वहां अपने काम भी स्वयं ही करने पड़ते हैं. अपने घर के काम को करना कोई ग़लत बात नहीं है. जानते हैं हम कि कामचोरी का अलग मज़ा है, पर ये भी जान लो कि घर का काम करने से सेहत फिट रहती है. यकीन ना हो तो आगे-आगे पढ़ते जाओ.
बिस्तर बिछाना-उठाना
शोध के अनुसार, प्रतिदिन अपना बिस्तर लगाने और उठाने से दिन में प्रॉडक्टिविटी बढ़ जाती है. बिस्तर बिछा रहने से उसमें कुछ ऐसे कीटाणु रह जाते हैं, जो आपके पूरे दिन को नीरस बना सकते हैं. जो लोग अपना बिस्तर उठाते हैं उनका दिन ज़्यादा एनर्जेटिक रहता है, बनिस्बत उनके जो अपना बिस्तर यूं हीं छोड़ जाते हैं. तो अब से ध्यान देना.

बर्तन धोना
अरे, मैं भी रात के बर्तन धोकर नहीं आया, कमरे में सब यू हीं पड़ा है. आपको बता दें कि अपने बर्तनों को ध्यानपूर्वक धोना आपका Concentration Level बढ़ा देता है. तो अब से ध्यान से धोना क्योंकि इससे आपको ही फायदा है.

बाथरुम की सफाई करना
घर में सबसे ज़्यादा अच्छी और बुरी जगह भी बाथरुम ही होता है. गर आप इसे साफ़ रखते हैं, तो यह अच्छी जगह है और गर नहीं रखते तो यही आपको बीमार कर सकता है. बाथरुम को साफ़ करने से आप इंफेक्शन से बच सकते हैं.

सब्ज़ियां और फूल लगाओ
प्रकृति से जुड़े मसलों में अपनी भागीदारी होने से अवसाद दूर रहता है. कुछ अवसादग्रस्त लोगों पर अभी हाल ही में शोध किया गया था तो यह बात सामने आई कि गार्डनिंग करने से उनके व्यवहार में काफ़ी बदलाव आया है.

Yard की सफ़ाई करना
जो अपने यार्ड की नियमित सफ़ाई करते रहते हैं, उन्हें हृदयाघात के चांस दूसरे लोगों के मुकाबले कम हो जाते हैं. आप काम के दौरान जितना पसीना बहायेंगे, उतना ही स्वस्थ रहेंगे.

रसोई से फालतू कचरा चलता करो
शोध के अनुसार, वो लोग 70 प्रतिशत ज़्यादा मोटे होते हैं जिनकी रसोई बिखरी हुई होती है. जिनकी रसोई ऑर्गनाइज्ड है, वो कम मोटापे के शिकार होते हैं.

झाड़ू-पोंछा करते रहो
घर में झाड़ू-पोंछा स्वयं ही करना चाहिए. इससे बॉडी को मूव मिलते हैं. पूरे शरीर का एक तरह से वर्कआउट होता है.

अंत में हम यही उपदेश देगें कि अपना काम स्वयं करना चाहिए.