यूं तो मॉनसून हर किसी के चेहरे पर मुस्कान लेकर आता है. लेकिन कुछ दिनों बाद यही हमारे देश के लिए बाढ़ रूपी मुसीबत भी बन जाता है. चारों तरफ़ से बाढ़ और उससे हैरान-परेशान जनता की तस्वीरें आने लगती हैं. फिर बहस होती है कि बाढ़ के पानी पर कैसे विजय पाई जाए. हर साल यही होता है. बारिश आती है और देश की करोड़ों की संपत्ति अपने साथ बहा ले जाती है, लेकिन हमारे देश के नेताओं ने कभी इसका कोई ठोस हल नहीं निकाला.

आपको बताते हैं नीदरलैंड के बारे में. इस देश का अधिकतर इलाका बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आता है. फिर भी वहां ऐसी स्थिति नहीं होती जैसी इंडिया में बाढ़ के दौरान होती है. इस देश ने सिर्फ़ बाढ़ के साथ जीना नहीं सीखा, बल्कि उससे लड़ना भी सीख लिया है. इससे भारत को भी सबक लेना चाहिए.

इनका एक ही मूल मंत्र है,
‘पानी कोई दुश्मन नहीं है, और न ही कभी था, इससे लड़ोगे, तो हार निश्चित है.’
इसी मंत्र को अपनाते हुए इन्होंने इस समस्या का समाधान निकाला और इसके साथ ही जीना शुरू कर दिया.


Floodgate

नीदरलैंड के शहर Rotterdam में समुद्र पर आइफ़िल टावर जितना ऊंचा एक गेट बना हुआ है. ये समुद्र के पानी को रोकता है. अगर कभी बाढ़ या सुनामी आई, तो वो इसका इस्तेमाल करते हैं. हालांकि, इसे कई वर्षों से यूज़ नहीं किया गया है. फिर भी इसे समय-समय पर चला कर चेक किया जाता है. यहां एकत्र हुए पानी में बहुत से वाटर स्पोर्ट्स का आयोजन भी किया जाता है. 2016 में World Rowing Championship यहीं आयोजित की गई थी. ये वहां का सबसे बड़ा टूरिस्ट अट्रैक्शन भी बन गया है.
कृत्रिम लहर बनाने वाली मशीन

नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी मशीन बनाई है, जिसमें दुनिया की सबसे बड़ी कृत्रिम लहर बनाई जा सकती है. इस मशीन में पानी इकट्ठा किया जाता है और एक स्टील वॉल की मदद से एक कृत्रिम लहर क्रिएट की जाती है. इसका इस्तेमाल सुनामी की लहरों को शांत करने के लिए जाता है. लहरों के शांत होने के बाद जो पानी बचता है, उसे किसी बांध के ज़रिये इस्तेमाल कर लिया जाता है.
बाग-बगीचे

नीदरलैंड की सरकार नागरिकों को अपने घरों में बाग-बगीचे बनाने के लिए प्रोत्साहित करती है. इससे बाढ़ आने पर पानी को अवशोषित(सोखना) करने की दर बढ़ जाती है. इसके लिए सरकार आर्थिक सहायता भी प्रदान करती है.
घर के विकल्प

नीदरलैंड की सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को दो विकल्प देती है. पहला, अपनी प्रॉपर्टी बेचकर वहां से जाने का, जिसके तहत उन्हें उचित मुआवज़ा दिया जाता है. दूसरा, वहां रहने वालों के लिए ऊंचाई या फिर किसी टीले पर घर बनाने के लिए आर्थिक सुविधा दी जाती है.
तैरते घर
नीदरलैंड में ऐसे घर बनाए गए हैं, जो पानी में तैर सकते हैं. नीदरलैंड में आपको ऐसे सैंकड़ों घर देखने को मिल जाएंगे, जो बाढ़ आने पर पानी के साथ बह जाते हैं. सबसे ख़ास बात ये है कि वहां के लोगों ने भी इनमें रहना सीख लिया है.
Delta Works

नीदरलैंड की सरकार ने वहां नदियों और समुद्र के मुहाने यानि कि डेल्टा पर बड़े-बड़े बांध बना रखे हैं. इनके ज़रिये वो बाढ़ की स्थिति में पानी को शहरों में पहुंचने से रोकते हैं और इसके बहाव को नियंत्रित करते हैं.
बाढ़ जैसी समस्या को जिस तरह से नीदरलैंड ने हल किया, वो पूरी दुनिया के लिए अच्छी सीख है.