‘रिटायरमेंट’ शब्द सुनते ही दिमाग़ में बुढ़ापा, बोरियत, दिन भर घर में रहना, छुट्टी जैसे कई ख़्याल आने लगते हैं, किसी के लिए रिटायरमेंट का मतलब अब ज़िन्दगी के कुछ ही वक़्त है, तो किसी के लिए धार्मिक क्रिया-कलापों में खुद को लगाने से होता है. मगर हमारा मानना तो ये है कि रिटायरमेंट भी एक तरह से उम्र का वो पड़ाव होता है, जिसमें आप अपनी ज़िन्दगी अपने हिसाब से जी सकते हैं. किसने कहा है कि 60 साल की उम्र में रिटायर होने के बाद आपकी ज़िन्दगी बस घर में बैठकर पूजा-पाठ या बच्चो के बच्चों को खिलाने के लिए ही रह जाती है.
रिटारमेंट उम्र का वो पड़ाव है, जब आप अपने उन इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं, जो आप पहले नहीं कर पाए. इसके अलावा हम आपको बता देते हैं कि After Retirement आप क्या-क्या काम कर सकते हैं.
1. हॉबी क्लासेज़
रिटायरमेंट इंसान की उम्र का वो पड़ाव होता है जब इंसान फ़्री होता है, वो अपनी ज़िम्मेदारियों से आज़ाद हो चुका होता है. इसलिए यही सही टाइम होता है कि जब आप अपनी हॉबीज़ जैसे पेंटिंग्स, सिंगिंग, डांसिंग या पेंटिंग की हॉबी को पूरा कर सकते हैं.
2. योगा क्लासेज़
वैसे तो हर उम्र में फ़िट रहने की कोशिश करनी चाहिए, लेकिन कई बार ऑफ़िस और घर में व्यस्त होने के कारण लोग एक्सरसाइज़ योगा नहीं कर पाते हैं. लेकिन 60 के बाद तो एक इंसान के लिए फ़िट रहना बहुत ज़रूरी होता है और रिटायरमेंट के बाद तो आपके पास टाइम ही टाइम है, तो क्यों न अपने टाइम को योगा क्लासेज़ या लाफ़्टर क्लब में बिताएं और जब एक्सपर्ट हो जाए तो दूसरों को फ़िट रहने के लिए प्रेरित करें.
3. होम ट्यूशन
रिटायमेंट के बाद पूरा दिन घर में बोर होने की बजाए आप बच्चों को ट्यूशन भी दे सकते हैं, वैसे भी बच्चों के साथ टाइम अच्छा बीतता है.इससे आपकी थोड़ी बहुत इनकम भी हो जायेगी.
4. ब्लॉगिंग या राइटिंग
अगर आपको लिखने-पढ़ने का शौक है, तो आप अपने समय का उपयोग ब्लॉगिंग करने में कर सकते हैं. इससे आपको लोगों से जुड़ने का मौक़ा भी मिलेगा और आप टाइम भी आसानी से पास हो जाएगा.
5. ट्रेवलिंग
ऑफ़िस के काम के कारण आप कभी भी कभी आज़ादी से घूम-फिर नहीं पाए होंगे, क्योंकि 2-4 दिन की छुट्टियों में कहीं घूमने का कोई मज़ा नहीं है. जल्दी-जल्दी ट्रिप पूरी करके वापस काम पर पहुंचना होता है. लेकिन रिटयरमें के बाद आपके पास समय ही समय है, तो क्या बस बैग पैक करिये और अपने जीवन साथी या दोस्तों के साथ निकल पड़िये मज़ेदार सफ़र पर.
6. अपनी यादों को लिखना
60 साल की उम्र के अपने जीवन में आपने कई उतार-चढ़ाव देखे होंगे. अपने अनुभवों को अपने बच्चो के साथ बांटने के लिए आप उसको अपनी सुनहरी यादों के रूप में संजो सकते हैं. इसके लिए आपको अपनी अच्छी-बुरी यादों को लिखना है. ताकि आपके अनुभवों से आपके बच्चे भी सीख सकें.
7. वॉलंटीयर करना
यही वो टाइम होता है जब आप सोसाइटी के लिए कुछ कर सकते हैं. जैसे किसी अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करना, सोसाइटी में बच्चों के लिए तरह-तरह के ट्रेनिंग प्रोग्राम स्टार्ट करना, बड़े-बुज़ुर्गों के लिए लाफ़्टर क्लब शुरू करना, संगीत संध्या का आयोजन करना आदि.
8. सोशल मीडिया पर एक्टिव होना
वैसे तो आजकल कोई सोशल मीडिया पर एक्टिव है, लेकिन कुछ लोग अपने बिज़ी शेड्यूल के चलते अपने सोशल मीडिया अकाउंट को मैनेज नहीं कर पाते हैं. पर उम्र के इस पड़ाव में आप अपने बच्चों से कम्प्यूटर सीख सकते हैं, सोशल मीडिया पर कैसे, क्या करना है वो जान और समझ सकते हैं. इंटरनेट पर आप काफी कुछ एक्सप्लोर कर सकते हैं.
9. एक्स्ट्रा इनकम के लिए छोटा-मोटा बिज़नेस
अगर आपको लगता है कि आपके रिटायर होने से घर की फाइनेंशियल कंडीशन बिगड़ रही है, तो आप छोटा-मोटा बिज़नेस स्टार्ट कर सकते हैं. इसके आलावा आप कंसल्टेंसी कंपनी भी खोल सकते हैं.
10. गार्डनिंग
अगर एग्रीकल्चर में आपको रूचि है, तो रिटायरमेंट के बाद का ये समय आपकी इस रूचि को निखारने का सबसे सही समय है. आप अपने घर में किचन गार्डन बना सकते हैं या छोटा सा बागीचा भी बनाया जा सकता है.
11. फिज़िकल एक्टिविटी
उम्र कोई भी फिज़िकल एक्टिविटी हेमशा स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद होती है. अगर आपको किसी भी स्पोर्ट में इंट्रेस्ट है, जैसे गोल्फ़, चेस, टेनिस, बास्केट बॉल आदि तो आप अपने एरिया में ऐसे क्लब ज्वाइन कर सकते हैं. इससे खेल का खेल हो जाएगा, और हेल्थ भी सही रहेगी.
12. थिएटर ज्वाइन करना
अगर अपने कॉलेज टाइम में आपको एक्टिंग या स्टेज पर परफॉर्म करने का शौक था, पर घर की ज़िम्मेदारियों के बीच वो कहीं दब गया, तो अब आप अपने उस शौक को पूरा कर सकते हैं. आप दोबारा से थिएटर ज्वाइन कर सकते हैं. अगर एक्टिंग न भी करें, तो आप देख तो सकते ही हैं.
13. सीख सकते हैं म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट
म्युज़िक में या फिर म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट को बजाने में रूचि है, तो अब आपके पास टाइम है आप उसके गुर सीख सकते हैं.
14. NGO से जुड़ना
किसी NGO के साथ जुड़ना आपको मन की शान्ति भी देगा और आपको भी लगेगा कि आपने कुछ किया है.
वैसे तो बहुत सी चीज़ीं है जो आप अपने रिटायरमेंट के बाद कर सकते हैं. कुछ नया सीख सकते हैं, क्योंकि सीखने की कोई उम्र नहीं होती. क्यों सही कहा न?अब बैठे क्यों हो आपके घर में भी कोई न कोई ज़रूर होगा, जो रिटायर होने वाला होगा या हो चुका होगा, तो उसके साथ शेयर करो ये पोस्ट और उनके रिटायरमेंट को मज़ेदार बनाओ.