समुद्र में एक कपल खेल रहा था. तभी उन्होंने देखा कि उनकी ओर लाइफ़ गार्ड आ रहा है. पति को लगा कि उनेक हाथ-पांव चलाने को लाइफ़ गार्ड ने इशारा समझ लिया और उनको बचाने के लिए कूद पड़ा. चूंकि वो डूब नहीं रहे थे इसलिए उन्होंने चिल्ला कर कहा, ‘हम ठीक हैं, हम डूब नहीं रहे’. इसके बावजूद लाइफ़ गार्ड आगे बढ़ता रहा. पानी में ठीक उनसे 10 फ़ीट की दूरी पर उनकी बेटी भी खेल रही थी, लाइफ़ गार्ड उसके पास गया है और उसे गोद में उठा कर पानी से बाहर निकल लाया. मात्र 10 फ़ीट की दूरी पर मौजूद मां-बाप ये नहीं समझ पाए कि उनकी बेटी पानी में डूब रही थी, लेकिन 50 फ़ीट दूर एक लाइफ़ गार्ड ये समझ गया कि बच्ची को मदद की ज़रूरत है.
जैसा फ़िल्मों में दिखाया जाता है, उससे बिल्कुल अलग होता है पानी में डूबना.
अधिकांश मामलों में ऐसा ही होता है. लोग आस-पास मौजूद होते हैं फिर भी वो समझ नहीं पाते कि उनके नज़दीक में ही कोई डूब रहा है. दरअसल इसमें हमारी ग़लती भी नहीं है. पानी में डूबते लोगों को हमने फ़िल्मों में और सीरियल्स में ही देखा है. हमने देखा है कि डूबने वाले चिल्लाते हैं, मदद के लिए आवाज़ लगाते हैं, अपने हाथ-पांव पटकते हैं. लेकिन असल में डूबने वाले ऐसा कुछ नहीं करते.
डूबते व्यक्ति की पहचान
डूबते व्यक्ति का सिर अंदर-बाहर होता रहता है, उसका मुंह इतनी देर तक पानी की सतह से ऊपर नहीं रह पाता, जितने देर में वो सांस भी ले सके और चिल्ला भी सके.
डूबता हुआ इंसान मदद के लिए हाथ हिलाने में भी अक्षम रहता है. Naturally, वो अपने हाथों से पानी को नीचे की ओर दबाता है ताकि वो ख़ुद को ऊपर ला सके. इस वजह से डूबने वाले का अपने हाथ पर भी नियंत्रण छूट जाता है. कोई इंसान उसकी ओर मदद के लिए रस्सी फेंके भी, तो वह उसे पकड़ नहीं पाएगा.
डूबता हुआ व्यक्ति 20 से 60 सेकेंड पानी में संघर्ष कर पाता है.
इसका ये कतई मतलब नहीं है कि जो इंसान मदद के लिए चिल्ला रहा है या हाथ-पांव पटक रहा है, उसे मदद की ज़रूरत नहीं है. ऐसा करने वाले लोग डूबने से पहले होने वाली घबराहट के शिकार होते हैं. लेकिन इस स्थिति में इंसान अपनी मदद कर सकता है. अगर उसकी ओर मदद के लिए रस्सी फेंकी जाए, तो उसे पकड़ कर ख़ुद को बचा सकता है.
इन आचरणों से भी डूबते व्यक्ति को पहचानना संभव है:
- सिर का नीचे होना और मुंह पानी के स्तर पर होना.
- डूबता व्यक्ति चीज़ों को ठीक से देख नहीं पाता.
- आंख बंद रहती है.
- सिर के बाल माथे पर या आंखों पर होते हैं.
- डूबता व्यक्ति पैर का इस्तमाल न के बराबर करता है.
- हांफ़ना
- एक दिशा में तैरने की कोशिश करता है, लेकिन आगे नहीं बढ़ पाता.
- देखने में लगता है जैसे वो किसी अदृश्य सीढ़ी पर चढ़ने की कोशिश कर रहा हो.
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