प्यार के इज़हार के लिए फूलों से बेहतर कुछ भी नहीं हो सकता. एक लाल गुलाब का मतलब है ‘I Love You’, लेकिन जब कोई गुलाबी फूलों का बगीचा ही किसी के नाम कर दे तब हर फूल चीख-चीख कर ‘I Love You’ कहता है.
Mr. और Mrs. Kuroki की शादी साल 1956 में हुई थी. दोनों पति पत्नी मिल कर जापान के Shintomi में एक डेयरी फ़ार्म चलाते थे. The Telegraph के रिपोर्ट के अनुसार दंपति ने एक ख़ुशहाल ज़िंदगी जी, दो बच्चे हुए. 30 साल की शादीशुदा ज़िंदगी के बाद दोनों ने तय किया कि वो रिटायरमेंट ले साथ में जापान में घूमेंगे. लेकिन ऐसा हो न सका.
जब Mrs. Kuroki 52 साल की थीं, तब उनकी आंखों की रौशनी डायबिटीज़ की वजह से चली गई. इस वजह से वो उदास रहने लगीं और घर के भीतर ही वक़्त बिताने लगीं. Mr. Kuroki अपनी पत्नी को उत्साहित रखने के लिए कुछ करना चाहते थे.
Mr. Kuroki ने नोटिस किया कि लोग उनके बगीचे में लगे गुलाबी Shibazakuru फूलों की तारीफ़ करते हैं. उन्हें विचार आया कि वो अपनी पत्नी को दुनिया तो नहीं घुमा सकते, क्योंकि वो देख नहीं सकतीं, तो क्यों न दुनिया को ही यहीं बुला लिया जाए.
Mr. Kuroki ने तय किया कि वो और ज़्यादा गुलाबी Shibazakuru को लगाएंगे. उन्हें उम्मीद थी कि और भी लोग उन फूलों को देखने आएंगे और उनकी पत्नी की हौसला अफ़ज़ाई करेंगे. Mrs. Kuroki उन लोगों को देख नहीं सकती थीं, लेकिन उनसे मिल कर उन्हें ख़ुशी होती और फूलों की ख़ुशबू उन्हें खुश रखती. Mr.Kuroki ने अपनी पत्नी के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए दो साल के भीतर हज़ारों पौधे लगाएं.
Mr. Kuroki का प्लान काम कर गया, आज उनका बगीचा टूरिस्ट स्पॉट बन चुका है. जब फूलों के खिलने का मौसम होता है, तब वहां हर रोज़ लगभग सात हज़ार लोग उन फूलों को देखने और उनकी प्यार की कहानी सुनने आते हैं. Mrs. Kuroki को भी लोगों से मिलना पसंद आता है. वो अपने बगीचे में मुस्कुराते हुए टहलती रहती हैं और उनकी हंसी को देख Mr. Kuroki का चेहरा भी खिला रहता है.