जब कोई ये सुनता है कि उसे कैंसर है, तो उसकी आधी जान उसी वक़्त ही निकल जाती है. फिर भी कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो इस खतरनाक बीमारी को हरा कर ज़िंदगी की जंग जीत लेते हैं. कैंसर से पीड़ित आदमी बीमारी से पहले डिप्रेशन से मर जाता है. वाकई हमारे समाज में ये आपकी मृत्यु का सूचक बनता जा रहा है. सबकी धारणा ही ऐसी होती जा रही है कि अगर किसी को कैंसर हो गया, तो उसकी मौत हो जाएगी. पर ऐसा है नही, हम अगर अपने आप को मज़बूत बनाये रखें, तो खतरा बिलकुल टल सकता है.

अगर फिर भी आपको ऐसा लगता है कि ये सिर्फ़ लोगों को थोड़ी देर तक सांत्वना देने के लिए होता है, तो हम आपको कई लोगों के नाम गिनवा देंगे, जो कैंसर पीड़ितों के लिए किसी मिसाल से कम नहीं हैं. अगर इन मशहूर सेलिब्रिटीज़ ने अपनी उम्मीद छोड़ दी होती, तो सोचिये आज ये कहां होते, मगर ये लड़ते रहे, क्योंकि ये जानते थे कि ज़िंदगी आखरी दम तक आपका इम्तिहान लेगी. आइये मिलाते हैं आपको देश के उन मशहूर लोगों से, जिन्होंने जंग-ए-ज़िंदगी में कैंसर को मात दी.

मुमताज़

एक ज़माने में बॉलीवुड की जान रहीं मुमताज़ को भी कैंसर था. 54 साल की उम्र में इन्हें ब्रैस्ट कैंसर हो गया था. कीमो थेरेपी और कई सर्जरी के बाद भी इन्होंने जीने की आस नहीं छोड़ी. इतनी दवाओं के बावजूद भी इन्होंने अपना वज़न नियंत्रित रखा और लगातार स्विमिंग और जिम जाती रहीं. 2010 में मुमताज़ का ज़िक्र UniGlobe के उस वीडियो में था, जिन्होंने कैंसर को हरा कर जीवन को जीत लिया.

अनुराग बासु

Life in a Metro और बर्फी जैसी शानदार फ़िल्म का निर्देशन कर चुका ये काबिल डायरेक्टर बहुत बहादुर है, जिसने ज़िंदगी के मैदान में मौत को पटकनी दे दी. इन्हें 2004 में एक खास क़िस्म का ब्लड कैंसर हो गया था. डॉक्टर्स ने बताया कि उन्हें दो महीने हॉस्पिटल में ही बिताने होंगे. इस बात से भी अनुराग की उम्मीद नहीं टूटी और हॉस्पिटल के बेड पर लेटे हुए उन्होंने ‘तुम सा नहीं देखा’ फ़िल्म का निर्देशन किया. अच्छी इलाज के बाद अनुराग आज बॉलीवुड के चहेते डायरेक्टर्स में से एक हैं और अच्छी फ़िल्में बना रहे हैं.

नम्रता सिंह गुजराल

सिख धर्म को मानने वाली इस भारतीय अमेरिकी एक्ट्रेस को 2008 में 32 साल की उम्र में ब्रैस्ट कैंसर हो गया था. चूंकि इनके बीमारी की पहचान शुरूआती स्टेज में हो गई थी, इसलिए इनका इलाज जल्दी शुरू कर दिया गया. इसके बाद उन्होंने ब्रैस्ट कैंसर के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई शोर्ट फ़िल्में बनाई.

लिसा रे

इस खूबसूरत एक्ट्रेस का करियर सही चल रहा था, तभी इनके शरीर में Multiple Myeloma डायग्नोज़ किया गया. हैरानी की बात ये थी कि वो बिना किसी को बताए चुप-चाप अपना इलाज करवाती रहीं और पूरी तरह से ठीक हो जाने के बाद अपनी कहानी सबको बताई. बाद में लिसा ने एक मैनेजमेंट कंसलटेंट से शादी की और अब अच्छी ज़िंदगी जी रही हैं.

मनीषा कोइराला

एक समय बॉलीवुड की बड़ी अभिनेत्रियों में शुमार, मनीषा को 42 साल की उम्र में पता चला कि उन्हें कैंसर है. वो अपनी बीमारी के इलाज के लिए न्यू यॉर्क हॉस्पिटल मेंभर्ती हुईं. कीमो थेरेपी के बाद भी वो अपनी तस्वीरें शेयर करती रहती थीं. वो ठीक हो गई, पर साइड इफ़ेक्ट के तौर पर उनके बाल झड़ गए. अब वो इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक कर रही हैं.

युवराज सिंह

इस बीमारी को इस शानदार खिलाड़ी ने ठीक वैसे ही निकाल फेंका, जैसे किसी गेंदबाज की कमज़ोर गेंद हो. अभी हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ़ मैच में शतक जड़ कर उन्होंने साबित कर दिया कि उन्हें कोई बीमारी हरा नहीं सकती. कैंसर से लड़ने के लिए लोगों के प्रेरित करने के लिए उन्होंने किताब भी लिखी और एक संस्था YouWeCan भी शुरू की.

इन लोगों के अलावा भी कई बड़े नाम हैं, जिन्होंने कैंसर को धूल चटाकर अपना जीवन जी रहे हैं. उन लोगों में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइकल क्लार्क, पॉप सिंगर Kylie Minogue और काइट्स में ऋतिक रोशन के साथ दिखी विदेशी एक्ट्रेस बारबरा मोरी भी शुमार हैं. इन लोगों के जज़्बे को सलाम है और बाकी लोगों से अपील है कि जीने की उम्मीद न छोड़ें, क्योंकि अगर आप उम्मीद छोड़ देंगे तो फिर कोई आपकी मदद नहीं कर सकता.