वो कहते हैं न, शौक बड़ी चीज़ है. भारत में अब गिने-चुने ही राजघराने बचे हुए हैं, लेकिन एक समय था, जब हमारा देश इन राज-महाराजाओं के अधीन था. पैसा, पावर, प्रतिष्ठा होने के साथ-साथ इनकी कुछ कहानियां और शौक हमेशा से चर्चा का विषय रहे हैं. ऐसी ही कुछ कहानियां आज भी बहुत प्रचलित हैं. जानते हैं आप उन के बारे में?
1. सम्राट अशोक अपनी क्रूरता के लिए कुख्यात थे. उन्होंने राज-सिंघासन के लिए अपने 100 में से 99 भाइयों का क़त्ल कर दिया था और बचे हुए एक भाई को उप-सम्राट बना दिया था.
2. जयपुर के महाराजा सवाई माधो सिंह II के लिए जयपुर के कारीगरों ने चांदी का विशालकाय घड़ा बनाया था. इस घड़े का उद्देश्य ये था कि महाराज इसमें गंगा जल डाल कर इंग्लैंड ले जा सकें.
3. कूच बिहार की महारानी इंदिरा देवी ने अपने लिए जूतों की 100 जोड़ियां बनवाई थीं, वो भी 20वीं शताब्दी के मशहूर इतालियन डिज़ाइनर, Salvatore Ferragamo से. कहा जाता है कि इनमें से कुछ जूतों में हीरे जड़े थे.
4. हैदराबाद के आखरी निज़ाम, मीर उस्मान अली खान, ‘जैकब हीरे’, जो कि दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा हीरा है, को पेपरवेट की तरह इस्तेमाल करते थे. ये हीरा ऑस्ट्रिच के अंडे जितना बड़ा था और उस समय इसकी कीमत 50 लाख रुपये थी. आज ये हीरा भारत सरकार की धरोहर है.
5. अलवर के राजा, जय सिंह के साथ रोल्स-रॉयस के सेल्समैन ने लंदन में बदतमीज़ी कर दी थी. इसके जवाब में राजा साहब ने रोल्स-रॉयस की कई गाड़ियां खरीदीं और उन्हें शहर का कूड़ा इकट्ठा करने के लिए उपयोग किया.
6. पटियाला के महाराज भूपिंदर थोड़े शौकीन मिज़ाज के थे. उनके 88 बच्चे थे और सैकड़ों बीवियां. साल में एक बार वो निर्वस्त्र होकर अपनी बीवियों के सामने जाया करते थे, जिससे उन्हें विश्वास रहे कि वो अभी ज़िंदा हैं.
7. हैदराबाद के निज़ाम अपने धन को लेकर इतने असुरक्षित थे कि सरकार से उसे बचाने के लिए उन्होंने उसे ट्रक्स में भर दिया, लेकिन अफ़सोस, उस रुपये को दीमक और खटमल चट कर गए.
8. वाडियार राजवंश ने मैसूर के राज का क़त्ल कर के उनके राजपाठ पर कब्ज़ा कर लिया था. महारानी भागने में सफल हो गयी थीं, लेकिन उन्हें बाद में पकड़ लिया गया. इसके बाद महारानी ने उन्हें नि:संतान होने का श्राप दिया और आत्महत्या कर ली. बाद में वाडियार परिवार ने महारानी की मूर्ति स्थापित की और नियमित रूप से उसकी पूजा की गयी. ये प्रथा आज भी चलती आ रही है.
9. जयपुर की महारानी गायत्री देवी भारत की सबसे खूबसूरत महारानियों में से एक थीं. लेकिन उनका जीवन त्रासदियों से भरा हुआ था. पहले एक एक्सीडेंट में उनके पति चल बसे और 1997 में उनके बेटे की भी मृत्यु हो गयी.
10. कहा जाता है कि जूनागढ़ के नवाब के पास 800 कुत्ते थे और हर कुत्ते की देख-रेख के लिए एक नौकर रखा हुआ था. जब भी इनके 2 कुत्ते सहवास करते, तो नवाब साहब उनकी ‘शादी’ में लाखों रुपये खर्च कर देते.
11. राजकुमार मानवेन्द्र सिंह गोहिल अकेले ऐसे युवराज हैं, जिन्होंने अपने समलैंगिक होने की बात सार्वजनिक तौर पर स्वीकारी है. दुर्भाग्य से, ये जानने के बाद उनके परिवार ने उन्हें बेदखल कर दिया.
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