किसी भी देश की तरक्की को उसके इतिहास से काट कर नहीं देखा जा सकता. ‘हम कहां से चले थे’ और ‘हम कहां पहुंचना चाहते हैं’ के बीच में ‘हम कहां पहंच चुके हैं’ को मापने के लिए इतिहास की जानकारी ज़रूरी है. इतिहास के इस सफ़र में हमें अपनी धरोहरों को मील का पत्थर मानना चाहिए. हमारे सामने खड़ी ये धरोहरें हमें अपने अतीत से जोड़े रखती हैं.
युनेस्कों ने भारत के 36 स्थानों, इमारतों, शहरों, गुफ़ाओं इत्यादी को विश्व धरोहर माना है. इस मौके पर हम भारत की इन धरोहरों की पुरानी तस्वीरों को देख अपने अतीत के थोड़े और करीब जाते हैं.
खजुराहो के मंदिर

हम्पी

अजंता की गुफ़ाएं

एलोरा की गुफ़ाएं

काज़ीरंगा

महाबोधी मंदिर

हुमायूं का मकबरा

क़ुतुब मीनार

लाल किला

गोवा के पुराने चर्च और कॉन्वेंट

चंपानेर-पावागढ़ आर्कियोलॉजिकल पार्क

सांची स्तूप

Rock Shelter of Bhimbetka

एलिफ़ेंटा केव्स

छत्रपति शिवाजी टर्मिनस

कोणार्क का सूर्य मंदिर

जयपुर का जंतर-मंतर

चोला साम्राज्य द्वारा बनाए गए मंदिर

महाबलिपुरम के मंदिर

आगरा का किला

फ़तेहपुर सीकरी का किला

ताजमहल

पहाड़ों पर चलने वाली रेल

नंदा देवी

राजस्थान का पहाड़ी किला

रानी की वाव

नालंदा विश्वविद्यालय

The Architectural Work of Le Corbusier

अहमदाबाद शहर

आपको जब भी इन वैश्विवक धरोहरों के पास जाने का मौका मिलेगा, आप अपने भारतीय होने पर गौरवान्वित महसूस करेंगे.