कुछ लोग गणित का नाम सुनते ही बगले झांकने लगते हैं, तो किसी के लिए इतना मुश्किल नहीं होता जितना लोग कहते हैं. फिर आते हैं वो जिनके लिए गणित के सवाल हल करना ऐसा होता है जैसे वो खेल-खेल रहे हों. वो इस विषय को काफ़ी इंजॉय करते हैं और कुछ ऐसा कर जाते हैं जिसकी लोग कल्पना भी नहीं कर सकते हैं.

बिहार के रहने वाले तथागत अवतार तुलसी भी कुछ ऐसे ही गणितज्ञों में से एक हैं. इन्होंने 10 साल की उम्र में ही MSc की डिग्री हासिल कर ली थी. इतना ही नहीं इनके नाम देश के सबसे कम उम्र के पीएचडी होल्डर होने का का रिकॉर्ड भी है.

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तथागत के पिता सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं. उन्होंने बचपन में ही अपने बच्चे की प्रतिभा को पहचान लिया था. टाइम्स ऑफ़ इंडिया कि एक रिपोर्ट के अनुसार, तथागत ने 9 साल की उम्र में ही दसवीं की परीक्षा पास कर ली थी.

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12 साल की आयु में तथागत ने पटना के साइंस कॉलेज से MSc की डिग्री हासिल कर ली थी. उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा- ‘ये ईश्वर से मिला उपहार है. जब मैं छोटा था तब मेरे दोस्तों को गणित के सवालों को हल करने में परेशानी होती थी जबकि मैं चुटकियों में उन्हें सॉल्व कर लेता था.’ 

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Indian Institute Of Science बेंगलुरू से तथागत ने साल 2009 में Ph.D कर ली थी. उन्होंने तब Generalizations Of The Quantum Search Algorithm विषय पर अपनी थीसिस लिखी थीं. तथागत को इसके बाद बॉम्बे आईआईटी में बतौर प्रोफ़ेसर पढ़ाने का ऑफ़र मिला था. 23 साल की उम्र में वो प्रोफ़ेसर बनने वाले देश के सबसे कम उम्र के युवा थे. इसके लिए उनका नाम गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है. उनके नाम कई और रिकॉर्ड भी हैं.

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तथागत को 2011 में भारत सरकार के Department Of Science And Technology (DST) ने नोबल पुरस्कार विजेता सम्मान समारोह में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी भेजा था. TIME मैगज़ीन ने उन्हें एशिया के 7 गिफ़्टेड यंगस्टर्स की लिस्ट में शामिल किया था. वर्ष 2007 में उन्हें इटली के अरबपति Luciano Benetton ने अपने साथ डिनर करने लिए भी बुलाया था.

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तथागत ने 9 सालों तक बॉम्बे आईआईटी में बतौर प्रोफ़ेसर काम किया. मुंबई का मौसम उन्हें सूट नहीं किया और वो अकसर बीमार रहते थे. इसलिए कई बार स्टूडेंट्स की क्लास भी मिस कर देते. बीमारी से परेशान तथागत ने अपना ट्रांसफ़र दिल्ली करने को कहा, लेकिन विभाग ने उनकी दलील ख़ारिज कर दी. इसके बाद उन्होंने प्रोफ़ेसर के पद से निष्कासित कर दिया गया.

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