इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस एक ऐसी फ़ौज है, जिसके बारे में लोग जानते तो हैं, लेकिन ये जानकारी काफ़ी कम है. अकसर हमें लगता है कि ये फ़ौज सिर्फ़ इंडो-तिब्बत बॉर्डर या देश की अलग सीमाओं पर तैनात रहती है. इससे बाकि देशों का कोई लेना-देना नहीं है.

लेकिन ये बिलकुल गलत है. दरअसल, ये फ़ौज देश की कई समस्याओं में हमेशा से ही मदद करती आई है. प्राकृतिक आपदा हो या नक्सलियों के खिलाफ़ लड़ाई या फिर UN की फ़ौज में शामिल होना. इनके जवान हर बार बड़ी बहादुरी से पूरे भारत की सेवा करते आए हैं.

इंडो-तिब्बत फ़ौज भारत के अलग-अलग हिस्सो में होने वाले चुनाव में भी सुरक्षा का बीड़ा उठाती है. इस बार मणिपुर के चुनावों में इसी फ़ौज की सुरक्षा ने अपना काम बखूबी से किया.

इस फ़ौज ने न सिर्फ़ सुरक्षा, बल्कि अपने व्यवहार से लोगों के दिल जीत लिए. फ़ौज के अधिकारी और जवान दोनों ही लोगों की मदद के लिए खुले दिल से आगे आए. उम्रजराज़ लोगों को लाइन से निकाल कर उन्हें वोट देने के लिए आगे लाना हो, या फिर चलने में असमर्थ लोगों को गोद में उठा कर बूथ तक पहुंचाना हो. इस फ़ौज के जवानों ने हर काम शानदार तरीके से किया.

जवानों ने लोगों को चुनाव के दौरान ऐसा माहौल दिया कि बड़ी संख्या में लोग घरों से निकले और अपने वोट के अधिकार का पूरा उपयोग किया.

ये फ़ौज हमारे देश की शान है. मणिपुर में अभी पहले चरण के चुनाव हुए हैं. 8 मार्च को वहां दूसरे चरण के चुनाव होने हैं. पहले चरण के सफ़ल मतदान के बाद, दूसरे चरण में भी इंडो-तिब्बत फ़ौज से पूरे देश और मणिपुर के लोगों को ऐसी ही सुरक्षा और लगाव की आशा है और हम सब को यकीन है कि ये फ़ौज ऐसे ही हम सब की मदद करती रहेगी.