झीलों और हिमखंडों से घिरी लाहौल-स्पीति की घाटियां अपने जादुई सौंदर्य और प्राकृतिक विविधताओं के लिए जानी जाती हैं, साथ ही इसे हिमालय का दिल भी कहा जाता है, जो भी शख़्स यहां आता है बस इसकी ख़ूबसूरती का दीवाना हो जाता है.
लाहौल-स्पीति की सुंदरता के बारे में तो आप सुनते ही रहते हैं, पर आज हम आपको इस जगह की एक और ख़ास बात बताना चाहते हैं. दरअसल, Neelima Vallangi नामक एक लेखक ने लाहौल-स्पीति की ख़ूबसूरत तस्वीर पोस्ट की.
इस तस्वीर में आपको ये लेखक तो नज़र आ रही है, पर क्या आपने लेखक के आस-पास मौजूद इस बेहतरीन Art Installation पर ग़ौर किया. आप में से कई लोग ये सोच सकते हैं कि इसमें क्या ख़ास है या कौन सी नई बात है? अगर आप भी ऐसा कुछ सोच रहे हैं, तो बता दें कि ये Installation कोई आम Installation नहीं है, बल्कि ये इसे बनाने के लिए 30 हज़ार प्लास्टिक बोतलों का इस्तेमाल किया गया है. वही प्लास्टिक की बोतलें, जिन्हें हम और आप यूज़ कर कचरे में फ़ेंक देते हैं.
Spiti has a new landmark – this thought-provoking installation made using a few of 300000 plastic bottles discarded by tourists each season! pic.twitter.com/EVt1OJTzAN
— Neelima Vallangi (@i_WanderingSoul) September 18, 2017
इस कार्य को ट्रैवलर्स और एक्टिविस्ट ग्रुप्स कर अंजाम दिया है. इनका मानना है कि प्लास्टिक का इस्तेमाल हमारे लिए काफ़ी हानिकारक है और ऐसा करने से हमारी आने वाली पीढ़ी पर भी कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा. हमने इस नदी के किनारे को एक डंपिंग ग्राउंड में बदल दिया.
This is a beautiful monument to the environmental stupidity of the human race. Did tourists not drink water before plastic water bottles? https://t.co/ZFZMGbMbiv
— Shekhar Kapur (@shekharkapur) September 18, 2017
वहीं सोशल मीडिया पर स्पीति द्वारा उठाए गए इस कदम की काफ़ी प्रशंसा हो रही है. कई लोगों ने ट्वीट कर इस Art Installation की जमकर तारीफ़ भी की.
Plastic garbage collected after #Chandrataal lake cleaning. Instead of biodiversity it’s surrounded by non biodegradable substances. #spiti pic.twitter.com/uo6OtMeZf1
— healing himalayas (@healinghimalaya) April 28, 2017
Here’s to #plastic bottle-free Spiti. Let us not mess up at least this place! @i_WanderingSoul https://t.co/FNcXNrkUkd
— Malini Menon (@journomenon) September 18, 2017
वाकई ये कदम काफ़ी सराहनीय है और शायद हम सभी को इनसे प्रेरणा लेने की ज़रूरत है.
वहीं अगर आपको प्राकृति से प्यार है और शांति पूर्ण वातावरण पंसद है, तो आपके लिए लाहौल-स्पीति से अच्छी जगह और कोई नहीं हो सकती.