आसमान में पंछियों को उड़ते देख ही इंसान के अंदर उड़ने की चाहत जागी. इस उड़ने की चाहत ने ही इंसानों के अंदर हवाई जहाज़ के आविष्कार की प्रेरणा पैदा की. ऐसा ही एक किस्सा चांद के बारे में भी है कि इंसान जब-जब चांद को देखता उसके अंदर की जिज्ञासा बढ़ती जाती थी. इसी जिज्ञासा को शांत करने के लिए कई नाकाम कोशिशों के बाद इंसान ने आख़िरकार अपने कदम चांद पर रखे.

ऐसी कई घटनाएं हैं, जिसने इंसानों को कुछ नया कर दिखाने की प्रेरणा दी. देखा जाए, तो इन प्रेरणाओं में प्रकृति का एक बड़ा हाथ रहा है. आज हम आपको कुछ ऐसी ही चीज़ों के बारे में बता रहे हैं, जिनके आविष्कार के पीछे कहीं न कहीं प्रकृति की प्रेरणा है.

बुलेट ट्रेन किंगफ़िशर पक्षी से प्रेरित है.

किंगफ़िशर पक्षी तेज रफ़्तार के साथ पानी में घुस कर बिना किसी लहर को पैदा किये अपने शिकार को पकड़ लेता है. इसके पीछे किंगफ़िशर पक्षी की बनावट एक बड़ी भूमिका निभाती है. जापानी इंजीनियर्स ने इसी बनावट का इस्तेमाल बुलेट ट्रेन के डिज़ाइन में किया, जिससे रफ़्तार के समय इसमें कंपन न पैदा हो.

साबुन के बुलबुलों से प्रेरित है Beijing का Water Cube स्टेडियम.

2008 में बीजिंग ओलंपिक के दौरान इस स्टेडियम को ख़ास तौर पर तैराकी प्रतियोगिता के लिए तैयार किया गया था. इस डिज़ाइन का प्रयोग करके चीनी इंजीनियर्स न सिर्फ़ इसे ख़ूबसूरत बनाया, बल्कि सुरक्षा के लिहाज़ से भी इसे भूकंप निरोधी बनाया.

जासूसी कैमरे और चमगादड़.

University of Michigan के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे जासूसी कैमरे की खोज की है, जो दुश्मनों के इलाके में जा कर ख़ुफ़िया जानकारियां इकठ्ठा करता है. इस कैमरे का आधार ही चमगादड़ है, जो दुश्मनों के इलाके से संकेतों के ज़रिये जानकारियां जुटाता है.

तितलियों से प्रेरित है Colour E-readers.

मोबाइल और टेबलेट्स पर पढ़ने वाले फ़ीचर Colour E-reader असल में तितलियों के पंखों से प्रेरित है, जिसकी वजह से इसकी लाइट आंखों पर पड़ने के बावजूद नुकसान नहीं पहुंचा पाती.

सुनामी की चेतावनी देने वाली मशीन और डॉलफ़िन.

जिस तरह से सिग्नल्स की सहायता से डॉलफ़िन आपस में बात करती हैं, उसी तकनीक का इस्तेमाल करके वैज्ञानिकों ने इस मशीन का आविष्कार किया. ये मशीन पानी के अंदर होने वाली हलचलों को कैद करती है और सूचना देती है.

मकड़ी और कांच.

मकड़ियां अपने जालों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें पतले रेशों से बुनती हैं, जो अल्ट्रा वाइलट किरणों को रिफ्लेक्ट करती हैं. इन किरणों की वजह से ही चिड़ियां इस जालों से दूर रहती हैं. इसी तकनीक का इस्तेमाल करके जर्मन इंजीनियर्स ने एक ख़ास तरह का कांच विकसित किया है, जो पक्षियों को दिखाई देता है, पर इंसानी आंखों से ओझल रहता है.

शार्क से ही प्रेरित है, पानी के जहाज़ों पर चढ़े एक्स्ट्रा सरफ़ेस.

शार्क के ऊपर चढ़ी परत उन्हें परजीवियों से बचाये रखती है. नासा इसी तकनीक का इस्तेमाल करके जहाज़ों को काई लगने से बचाती है.

जुगनू और LED लाइट.

जुगनू के डिज़ाइन से ही प्रभावित हो कर वैज्ञानिकों ने LED लाइट को ईजाद किया. इस डिज़ाइन का इस्तेमाल करके 55% रोशनी को बढ़ाया गया.

Velcro और Burrs.

स्विस इंजीनियर George De Mestral को Velcro का आईडिया अपने कुत्ते के Burrs को देख कर आया, जिसका इस्तेमाल आज मौजों समेत कई कपड़ों में किया जाता है.