आज कल दुनिया भर में थीम कैफ़े काफ़ी ट्रेंड में हैं, जो अलग-अलग थीम के ज़रिये लोगों को आकर्षित करते हैं. ऐसे ही एक थीम में से एक है जेल कैफ़े, जो सिर्फ़ और सिर्फ़ जेल के अंदर ही उपलब्ध होते हैं. आज हम आपको इंडिया के कुछ ऐसे ही जेल कैफ़ेस के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां कॉफ़ी बनाने से ले कर उन्हें परोसने तक का काम अपराधी ही करते हैं.

Food for Freedom

केरल की राजधानी Thiruvananthapuram की सेंट्रल जेल में चल रहा Food for Freedom कैफ़े राजधानी के लोगों के लिए मौज-मस्ती का बड़ा अड्डा है.

इस कैफ़े की शुरुआत दो साल पहले तीन डिशेस के साथ हुई थी. जबकि आज इस कैफ़े में 20 से भी ज़्यादा खाने-पीने की वैराइटी उपलब्ध हैं, जिन्हें 120 अपराधियों की एक टीम तैयार करती है. इस कैफ़े में काम करने वाले एक अपराधी का कहना है कि ‘हमें ये देखकर अच्छा लगता है, जब लोग हमारे खाने की तारीफ़ करते हैं. उनकी इस तारीफ़ से हमें ऐसा लगता है जैसे हम भी सोसाइटी का हिस्सा हैं. इस कैफ़े के ज़रिये हमें लोगों से बात करने का मौका भी मिलता है.’

नियमित तौर पर यहां आने वाले अभिषेक कहते हैं कि ‘यहां खाना सिर्फ़ सस्ता ही नहीं है, बल्कि उसके साथ साफ़-सफ़ाई का भी भी ख़ासा ध्यान रखा जाता है. यहां का खाना ऐसा है, जैसे आपकी रसोई से ही उसे निकाल कर उसे लाया गया हो.’ 

कैदी किचन

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई भी एक ख़ास तरह के किचन को ले कर अपनी पहचान बनाये हुए है. कैदी किचन नाम का इस कैफ़े में आपको नाश्ते से ले कर खाना तक सब मिल जाता है. जेल प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे इस कैफ़े में खाने बनाने से ले कर परोसने का काम सारा काम अपराधी ही देखते हैं.

जेल प्रशासन का कहना है कि इसके ज़रिये न सिर्फ़ अपराधियों को रोज़गार उपलब्ध होता है, बल्कि उन्हें सोसाइटी से भी जुड़ने का मौका मिलता है. इस कैफ़े के पॉपुलर होने का अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि हर दिन इसकी आमदनी करीब 80 से 90 हज़ार रुपये होती है.

Tihar Food Court

एशिया की सबसे बड़ी जेल में कोई भूल कर भी नहीं जाना चाहेगा. इसके बावजूद आप वहां कुछ समय बिताना चाहते हैं, तो Tihar Food Court आपके लिए अच्छा ऑप्शन है. आपको यहां हर वो चीज़ आसानी से मिल जाएगी, जो किसी आम रेस्टोरेंट में खाने को मिलती है. अपराधियों के बीच उन्हें बिलकुल आम इंसान की तरह काम करते हुए देखने का एहसास आपको सिर्फ़ यही रेस्टोरेंट दे सकता है.

इस रेस्टोरेंट के अलावा तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा एक कैंटीन भी चलाई जाती है, जहां अपराधियों द्वारा बनाई चीज़ें बिकने के लिए रखी जाती हैं.