दूसरे विश्व युद्ध की कुछ चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं, जिनसे पता चला है कि जापानी सिपाही, अंग्रेज़ों द्वारा युद्ध के कैदी बनाये गए सिखों को शूटिंग के अभ्यास के दौरान टारगेट बनाते थे.

जापानी रिकॉर्ड्स से ये तस्वीरें मिली हैं. 1945 में जब ब्रिटिश सिपाही सिंगापुर में दाखिल हुए थे, ये तस्वीरें तब की हैं. जापानियों द्वारा युद्ध के कैदियों के साथ बेहद बुरा सलूक किया जाता था. ये तस्वीरें इस बात का सबूत हैं.

कई हज़ार कैदियों की जान भूख और यातनाओं के कारण चली गयी थी. शूटिंग प्रैक्टिस के दौरान हर टारगेट को एक नम्बर दिया जाता था. इनमें से ज़्यादातर भारतीय सैनिक सिख थे.

इन तस्वीरों में साफ़ देखा जा सकता है कि किस तरह इन सैनिकों को क्रूर यातनाएं दी जाती थीं. एक तस्वीर में कैदी ज़मीन पर मृत पड़े भी देखे जा सकते हैं.

जिस समय जनरल टॉमयुकी यमाशिता ने सिंगापुर पर कब्ज़ा किया था, उसे ब्रिटिश सैन्य इतिहास में सबसे ख़राब आपदा माना जाता है.

बाद में यमाशिता को सिंगापुर में अत्याचारों और दक्षिण पूर्व एशिया के कई अन्य नरसंहारों के लिए दोषी मान कर 1946 में फांसी की सज़ा दी गयी.

युद्ध के दौरान, जापान ने ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ग्रेट ब्रिटेन, भारत, नीदरलैंड, न्यूज़ीलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका से लगभग 140,000 सैनिकों को कैदी बनाया था.