यूं तो ये साल अभी तक बुरी चीज़े ही लेकर आया है जैसे कोरोना वायरस और ऑस्ट्रेलिया में लगी आग. मगर आज का दिन कुछ ख़ास है. आज दुनियाभर के लोगों को प्रकृति का सबसे ख़ूबसूरत नज़ारा देखने को मिलेगा. क्योंकि आज यानी 7 अप्रैल को पिंक सुपरमून दिखाई देगा. आज रात आकाश में दिखाई देने वाला चांद सामान्य से 30 प्रतिशत अधिक चमकदार और 14 फ़ीसदी ज़्यादा बड़ा दिखाई देगा.
क्या होता है सुपरमून
पहली बार 1979 में सुपरमून देखा गया था. एस्ट्रोलॉजर Richard Nolle ने इसे तब सुपरमून नाम दिया था. वहीं अन्य खगोल वैज्ञानिक इसे ‘Perigean Full Moon’ कहा था. सुपरमून के दिन चांद अपने सामान्य आकार से कहीं अधिक बड़ा और चमकदार होता है. जिस दिन और जिस वक़्त पर चांद और धरती एक-दूसरे के सबसे क़रीब होते हैं, उसी दिन सुपरमून दिखाई देता है.
आज वो तारीख है. आज चंद्रमा धरती के सबसे नज़दीक यानी 3,56,500 किलोमीटर की दूरी पर होगा. देश के लोग 7 अप्रैल को रात 11:38 बजे चंद्रमा के इस ख़ूबसूरत नज़ारे को देख पाएंगे. 8 अप्रैल को पिंक सुपरमून दिखाई देगा. भारतीय समयानुसार सुबह 8:05 बजे, तब सूर्योदय हो चुका होगा. तब शायद लोग इसे न देख पाएं, लेकिन वो ऑनलाइन इस घटना को दूसरे देशों में घटित होते हुए देख सकते हैं.
पिंक सुपरमून के पीछे भी एक कहानी है. दरअसल, इस नाम के पीछे अमेरिका और कनाडा में पाए जाने वाले फूल का नाम है. इसका नाम है Phlox Subulata, जो देखने में पिंक होता है. ये वसंत ऋतु में होता है इसलिए इस सीज़न में दिखाई देने वाले सुपरमून को पिंक सुपरमून भी कहते हैं. आज के बाद मई के महीने में भी सुपरमून दिखेगा, लेकिन इससे छोटा. इसके बाद अक्टूबर के महीने में सुपरमून दिखाई देगा.