इश्क़ की सबसे अच्छी बात ये होती है कि वो गणित नहीं लगाता है, वो अंधा ही सही पर इंस्टिंक्ट पर चलता है. जिसमें सोच-विचार आ जाये, वो इश्क़ नहीं, सौदा होता है. कुछ ऐसा ही इश्क़ था इंडोनेशिया के सोफ़ियां लोहो डानडेल के. एक दिन उसके फ़ोन पर रॉन्ग नंबर से कॉल आयी. उसे नहीं पता था कि ये कॉल उसकी ज़िन्दगी बदल देगी. फ़ोन पर दूसरी तरफ़ एक महिला की आवाज़ थी, उस आवाज़ में कुछ ऐसा था कि सोफ़ियां उसका कायल हो बैठा. 28 साल के सोफ़ियां की बात हो रही थी मार्था से. दोनों को एक-दूसरे से बात करना इतना भाया कि बात आगे बढ़ चली.

सुन कर फ़िल्मी लगती है न ऐसी लव स्टोरी, लेकिन इसमें एक ट्विस्ट आना अभी बाक़ी था. सोफ़ियां ने अभी तक मार्था को नहीं देखा था, इसलिए एक दिन उसके घर चला गया. डोरबेल बजाने पर एक 82 साल की महिला ने दरवाज़ा खोला, वो ही थी मार्था.

मार्था की अपनी उम्र छुपाने की बात से पहले तो सोफ़ियां को असहज महसूस हुआ, लेकिन उसका प्यार सच्चा था. उसने इससे पहले किसी को डेट नहीं किया था लेकिन मार्था से मिलने के बाद उसे यकीन हो गया कि उनका प्यार झूठा नहीं है.

सोफ़ियां इंडोनेशिया के एक गराज में मेकैनिक का काम करता है और मार्था अकेली रहती है. 10 साल पहले उसके पति की मौत हो गयी थी और उसके दोनों बच्चे काम के चक्कर में देश से बाहर चले गए. उसकी लाइफ़ में बहुत सालों बाद कोई इंसान आया था.

सोफ़ियां ने बिना देर किये मार्था को शादी के लिए प्रोपोज़ किया और दोनों शादी के बंधन में बंध गए.

सोफ़ियां को अपने परिवार को मनाने में थोड़ा समय लगा क्योंकि भारत की तरह ही इंडोनेशिया भी एक कंज़र्वेटिव देश है, लेकिन अब दोनों साथ में बेहद ख़ुश हैं. दोनों के परिवारों ने उन्हें अपना भी लिया है.

इस ख़ूबसूरत कहानी ने एक बार फिर यकीन दिल दिया कि प्यार की ताकत से बड़ी और कोई ताकत नहीं होती. आशा है ये दोनों अपनी ज़िन्दगी के सबसे बेहतरीन पल एक साथ गुज़ारें.