नवाबों के शहर लखनऊ के एक शख़्स ने ये ट्वीट किया:
Cancelled @Olacabs Booking because Driver was Muslim. I don’t want to give my money to Jihadi People. pic.twitter.com/1IIf4LlTZL
— Abhishek Mishra (@Abhishek_Mshra) April 20, 2018
अभिषेक मिश्रा नाम के इस व्यक्ति ने लिखा कि उन्होंने Ola Share की कैब इसलिए कैंसिल की, क्योंकि ड्राईवर एक मुस्लिम था और वो अपने क़ीमती पैसे ‘जिहादी लोगों’ पर ख़र्च नहीं करना चाहते.
अभिषेक के इस ट्वीट के बाद से ही ट्विटर पर लोगों की कई प्रतिक्रियाएं आई हैं, जिनमें अधिकतर में उनकी इस सोच पर सवाल किया गया है.
अभिषेक मिश्रा का ट्विटर Bio, उन्हें एक ‘हिन्दुत्व विचारक’, विश्न हिन्दू परिषद का डिजिटल और सोशल मीडिया एडवाइज़र बताता है.
इस व्यक्ति को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान फ़ॉलो करते हैं.
इस तरह के भेदभाव वाले ट्वीट पर ट्विटर पर मिले-जुले रिएक्शन देखने को मिले. कुछ लोग अभिषेक की तारीफ़ कर रहे थे. वहीं कुछ उसके इस तरह के व्यवहार को ग़लत बता रहे थे.
1. मुझे ऐसा भारत याद है जहां ऐसे विचार रखने वालों का अनुकरण नहीं, बहिष्कार किया जाता था.
I remember an India where people who thought this way would have been ostracized rather than admired &”followed”. We need to #BringIndiannessBack. https://t.co/410oU4JVuR
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) April 22, 2018
2. धर्म के नाम पर भेदभाव बंद करो. ड्राइवर को अपने कम्युनिटी से जोड़ने का एक ज़रिया की तरह देखना चाहिए. मुझे यक़ीन है कि तुम में और उस ड्राईवर में कई समानताएं होंगी.
Don’t discriminate based on religion. When I get Hindu driver or Christian or whatever doesn’t matter. Use your drive as an opportunity to connect with your community, not divide. I’m sure the driver and you have more in common than you think.
— Kamz K (@TuneInfinity) April 21, 2018
3. इन्होंने यूज़र, Ola कैब्स से गुज़ारिश करते हुए कहा कि अभिषेक को उनकी सर्विस का इस्तेमाल करने से बैन किया जाये.
Dear @Olacabs you need to block this man from using your services because the safety of your drivers is at risk. Kindly take action.
— Empowering Goa (@EmpoweringGoa) April 22, 2018
4. वरिष्ठ पत्रिकार राहुल देव का ट्विट.
Shame on you and your distorted, sick mind.
— राहुल देव Rahul Dev (@rahuldev2) April 22, 2018
5. ऐसे लोग ही देश के लिए असल ख़तरा हैं. नफ़रत के लिए इस समाज में कोई जगह नहीं है.
People like him are the real threat to our nation. This is not what we the Indians feel. Hate and hatred has no place in our society.
— vibin (@vibin1245) April 22, 2018
समर्थन में किए गए ट्वीट्स-
1. इनके हिसाब से अभिषेक सही है.
Great going sir.
— Ankit Shah (@aryanshah84) April 22, 2018
2. गर्व हो रहा है इन्हें.
Absolutely man. Proud of your stand.Kudos.
— Dharma (@imdharmic) April 22, 2018
3. ‘हम में से बहुत से लोग ऐसा करते हैं क्योंकि इस्लामिक ड्राइवर्स का व्यवहार सही नहीं होता.’ अच्छा है कोई तो अपने विचार रख रहा है.
Most of us do this, though silently as the behavior of Islamists is generally abrasive and non trust worthy. Good that @Abhishek_Mshra has come out in the open expressing the same. https://t.co/khLd6maJ5u
— राघव (@raghav4india) April 22, 2018
4. आज़ादी के नाम पर…
fully agree.. everyone has freedom.
— संजय बैतुले (@ssbaitule) April 22, 2018
ट्विटर पर छिछालेदर होने के बाद अभिषेक दोबारा सफ़ाई देने आया:
लोग मुझ पर बरस पड़े हैं. क्या मेरे पास चुनने का अधिकार नहीं है? अगर वो कैब में लगे हनुमान जी के पोस्टर के खिलाफ़ कैंपेन चला सकते हैं, कठुआ की घटना के आधार पर हिन्दुत्व पर और हिन्दु देवी-देवताओं पर लांछन लगा सकते हैं, तो मेरे जवाब के लिए भी तैयार रहना.
People starts attack on me. Can I have no right to choose ? If they can run a campaign against Hanuman ji poster on cab, defamed Hindus and Hindus god in Kathua incident then they must be prepared for reply. https://t.co/GEWUVRvtwL
— Abhishek Mishra (@Abhishek_Mshra) April 22, 2018
Ola ने भी इस वाकये पर अपनी प्रतिक्रिया दी:
हमारे देश की तरह ही Ola एक सेक्युलर प्लैटफ़ॉर्म है और हम अपने ड्राईविंग पार्टनर्स, कस्टमर्स के बीच जाति, धर्म, लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं करते. हम अपने सभी ड्राईवर्स और कस्टमर्स से एक-दूसरे के प्रति सम्मानभाव रखने की अपील करते हैं.
Ola, like our country, is a secular platform, and we don’t discriminate our driver partners or customers basis their caste, religion, gender or creed. We urge all our customers and driver partners to treat each other with respect at all times.
— Ola (@Olacabs) April 22, 2018
एक रिपोर्ट के अनुसार Ola, इससे पहले 2015 में भी अपने ड्राइवर्स के साथ खड़ी हुई थी. उस वक़्त एक यूज़र, Seelam Veerapa Naidu ने हिन्दू ड्राईवर की मांग की थी, जिसे Ola ने ख़ारिज करते हुए कहा था, ‘माफ़ कीजिये. हम ड्राईवर्स के बीच धर्म के आधार पर भेद-भाव नहीं करते.’
भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में ये किस तरह की सोच पनप रही है?