रोज़ की तरह उस दिन भी मिलिंद राज सुबह की सैर को निकले थे. सैर के दौरान ही उन्हें किसी जानवर के रोने की आवाज़ें आईं. आवाज़ पास के नाले से आ रही थी. नाले के अंदर एक Puppy दो दिनों से फंसा हुआ था.

तभी से मिलिंद सोचने लगे कि किस तरह से उस बेज़ुबान जानवर को बचाया जाये.

मिलिंद को Artificial Intelligence में दिलचस्पी है और वो रोबोट्स बनाते हैं. Puppy को बचाने के लिए मिलिंद ने AI-Controlled Robotic Arm और एक बड़े से ड्रोन का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया. इन दोनों Devices को मिलिंद ने लखनऊ स्थित अपनी Lab में ही बनाया था.

NDTV से बातचीत में मिलिंद ने कहा,

नाले में बहुत गंदगी थी. अपनी ज़िन्दगी को ख़तरे में डाले बिना, Puppy को बचाना किसी इंसान के बस की बात ही नहीं थी. इसलिये मैंने तकनीक का सहारा लेने की सोची. मैंने AI-Controlled Robotic Arm में Smart Heartbeat Sensor होता है इसलिये मैंने इसका इस्तेमाल किया. ड्रोन से जोड़ कर इसका इस्तेमाल करने में रिस्क था पर काम हो जाने की भी आशा थी.

6 घंटे बाद उस Open नाले के पास मिलिंद दोबारा पहुंचे और उस यंत्र को चालु कर दिया.

मिलिंद ने बताया,

मैं Artificial Intelligence की मदद से Puppy के Heart Rate को Monitor कर रहा था. अगर उसकी पकड़ ज़्यादा होती, तो Puppy के दम घुटने के भी आसार थे.

मिलिंद के लिए ये काम आसान नहीं था. इस Rescue में Puppy की जान का भी ख़तरा था.

बचाव कार्य पूरा होने के बाद, Puppy ने उल्टियां की. उसने नाले का पानी निगल लिया था. मिलिंद ने इस बारे में NDTV को बताया,

उसकी उल्टियों में पान मसाले के पैकेट्स भी थे, जिन्हें लोगों ने लापरवाही से नाले में फेंक दिया था.

Rescue Mission का वीडियो-

इस Rescue Mission की तो Happy Ending हो गई.