कुछ बीमारियां इतनी बड़ी हो जाती हैं कि वो इंसान की पहचान बन जाती हैं और कुछ समय बाद उसके अस्तित्व के लिए ख़तरा बन जाती हैं. बांग्लादेश के शादोत होसैन के शरीर पर उगे ट्यूमर की वजह उसका बीटा भी उससे दूर भागता है.

शादोत का पूरा शरीर इन Tumor से भरा हुआ है, इस वजह से कुछ दिनों में उसकी आंखों की रौशनी जा सकती है. वो अपने शरीर के उपरी हिस्से में कोई कपड़े नहीं पहन सकता, इसका कारण उसके शरीर में होने वाला दर्द और भारीपन है. वो ढंग से ज़्यादा चबा नहीं सकता, इसलिए रोटी के बजाये चावल ही खाता है. ट्यूमर की वजह से उसकी हालत ऐसी हो गयी है, कि उसकी गर्दन में बहुत ज़्यादा दर्द रहता है.

शादोत का 12 साल का बेटा उसे देख कर डर जाता है, उसे लगता है कि उसके पिता एक राक्षस हैं. उसके आस-पास से जो भी गुज़रता है, तो देख कर रास्ता बदल लेता है. शादोत कहता है कि उसे उतना दर्द इस ट्यूमर से नहीं होता, जितना लोगों के व्यवहार से होता है.

शादोत का चेकअप करने वाले डॉक्टर का कहना है, उन्होंने आज से पहले इतना सीरियस केस नहीं देखा. उनका मानना है कि शादोत को जल्द से जल्द इलाज करवाने की ज़रूरत है, वर्ना उसकी आंखों की रौशनी जा सकती है.

शादोत ने आज तक इसकी कोई दवा-दारू नहीं करवाई है. उसके पास न ही अपने इलाज के पैसे हैं और न ही कहीं जाने कि हिम्मत. वो पहले मजदूर का काम करता था, लेकिन इस बीमारी के बढ़ने के बढ़ने कि वजह से उसे काम छोड़ना पड़ा.

वो कहता है कि जवानी में वो बेहद हैंडसम हुआ करता था, उसके तीनों बच्चे होने के बाद ये परेशानी बढ़ने लगी और पिछले 5 सालों में बहुत ज़्यादा बढ़ गयी.

लेकिन उनके इलाके के ही एक व्यक्ति, मोहम्मद मामून बिस्वास ने शादोत का इलाज करवाने के लिए चंदा इक्कठा करने की पहल की है, जिसके बाद उसका इलाज ढाका स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ न्यूरो-साइंसेज़ एंड हॉस्पिटल में होगा.