Bullying(बुलिंग) यानी किसी को चिढ़ाना, उसका पीछा करना, गंदी बातें कहना. इस समस्या से छात्र ही नहीं, बल्कि बड़े भी परेशान रहते हैं. कई बार Bullying इस हद तक पहुंच जाती है कि लोग ख़ुद को नुकसान तक पहुंचाने के बारे में सोचने लगते हैं. सोशल मीडिया के ज़माने में इसके शिकार लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है.

परेशानी की बात ये थी कि ऐसे लोगों को पकड़ना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि वो फ़ेक आइडी से ऐसा करते हैं. इस समस्या को ध्यान में रखते हुए मेघालय की एक 9 साल की लड़की ने एक एंटी-बुलिंग एप बनाई है, जिसकी मदद से ऐसे लोगों ट्रैक कर आसानी से पकड़ा जा सकता है. 

myeducationwire

छोटी सी उम्र में बड़ा धमाका करने वाली इस लड़की का नाम है Meaidaibahun Majaw. वो शिलॉन्ग के एक स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ती हैं. White Hat Junior नाम के एक वेब पोर्टल ने उन्हें और उनकी तरह ही 11 अन्य होनहार बच्चों को इस साल अमेरिका की सिलीकॉन वैली में जाकर तकनीक के दुनिया के दिग्गजों से बात करने और प्रजेंटेशन देने के लिए चुना है. 

theisleofthanetnews

Meaidaibahun ने सितंबर 2019 में एक ऑनलाइन ऐप डेवपलमेंट कोर्स में दाखिला लिया था. यहां उन्होंने ऐप बनाना सीखा और एक एंटी-बुलिंग एक को बनाने में कामयाबी हासिल की. इस ऐप के जरिए पीड़ित की पहचान उजागर किए बिना अधिकारियों को ये जानकारी मिल सकेगी कि कोई किसी को परेशान कर रहा है.

thehillstimes

इसमें लगे ट्रैकिंग डिवाइस की मदद से वो बदमाशी कर रहे स्टूडेंट या लोगों को आसानी से पकड़ सकते हैं और उनके खिलाफ़ कार्रवाई कर सकते हैं. इसकी ख़ासियत ये है कि इसमें शिकायत करने वाले की पहचान गुप्त रहती है. उनकी इस ऐप की तारीफ़ सीएम कोनराड संगमा ने भी की है. 

Meaidaibahun संभवत: नॉर्थ-ईस्ट की सबसे कम उम्र की Entrepreneur होंगी जो सिलिकॉन वैली में बड़े-बड़े तकनिशियन्स और इंज़ीनियर्स के सामने अपनी ऐप का प्रेंजेंटेशन देंगी. 


Lifeसे जुड़े दूसरे आर्टिकल पढ़ें ScoopWhoop हिंदी पर.