प्राचीन ग्रीस में लड़कों के आकर्षक होने का पैमाना चौड़ी छाती, लंबी हाइट और सुडौल शरीर होता था, पर हिंदुस्तान में ये पैमाना रंग-रूप और नैन-नक्श के आधार पर बंट जाता है. बात साफ़ है कि ज़रूरी नहीं सुंदरता के जिस पैमाने को हम अपने यहां मानते हैं, अन्य जगहों पर भी वही पैमाना माना जाये. हर देश में सुंदरता के कुछ खास पैमाने होते हैं, जिनके आधार पर ही किसी को सुंदर या आकर्षक कहा जाता है. आज हम सुंदरता के कुछ ऐसे ही पैमाने लेकर आये हैं, जो देश बदलने के साथ ही बदल जाते हैं.

जापान

किसी भी चेहरे को खूबसूरत बनाती है उसकी मुस्कान, और उस मुस्कान को खूबसूरत बनाते हैं होंठों के पीछे छिपे दांत. अपने हिंदुस्तान में जैसे चौड़े और पट्टी के आकार के दांतों को खूबसूरत माना जाता है, जापान में बिलकुल उसके उल्ट वक्र आकार के दिखने वाले दांतों को खूबसूरत माना जाता है. इस तरह के दांतों को यहां ‘Yaeba’ कहा जाता है.

छेदना

भले ही किसी के चेहरे पर छेदा हुआ देख कर आपको घिन्न आती हो, पर आपकी यही घिन्न पश्चिमी अफ्रीका के New Guinea के लोगों को बुरी लग सकती है. यहां की स्त्रियां अपने आपको खुबसूरत दिखाने के लिए जानबूझ कर अपने चेहरे और शरीर पर छेद कर उभारती हैं. इस प्रक्रिया को यहां के लोग टैटू की तरह ही मनाते हैं, जिसका इस्तेमाल शरीर को सुंदर दिखाने के लिए किया जाता है.

दिल के आकार वाला चेहरा

बहुत ही कम ऐसे लोग होते हैं, जो पूरी तरह अपने चेहरे से खुश होते हैं. ऐसा ही कुछ साउथ कोरिया में भी है. यहां बाज़ारों और शॉपिंग मॉल में प्लास्टिक सर्जरी के विज्ञापन दिखाई देना आम बात है. दरअसल, साउथ कोरिया में दिल के आकार वाले चेहरे को खुबसुरत और आकर्षक माना जाता है, जिसके लिए लोग प्लास्टिक सर्जरी का सहारा लेते हैं. हालांकि, इस सर्जरी को करवाने से पहले कई दर्दनाक ऑपरेशनों के बीच से गुजरना पड़ता है, पर खुबसूरत दिखने के लिए यहां के लोग इसे जायज़ मानते हैं.

भारी वजन

भले ही बॉलीवुड में छरहरी काया वाली एक्ट्रेस का बोल-बाला है, जिसे पाने के लिए लड़कियां डाइटिंग से ले कर सर्जरियों तक का सहारा लेती हैं, पर एक ऐसा भी देश है जहां मोटा होना ही सुन्दरता का पैमाना माना जाता है. Mauritania में लड़कियों का मोटा होना उनकी खूबसूरती की निशानी है, जिसे पाने के लिए लड़कियों को रोजाना 16,000 कैलोरी अपने खाने में लेनी होती है.

चेहरे पर मेडिकल पट्टियां

अपने यहां इसे बेशक बुरा समझने के साथ ही गलत संगत से जोड़ कर देखा जाता है, पर ईरान में इसे ऊंची सोसाइटी का स्टेट्स सिंबल समझा जाता है. दरअसल, ईरान में लम्बी नाक का चलन है, जिसके लिए यहां के लोग महंगी से महंगी प्लास्टिक सर्जरी भी करवाते हैं, पर जो लोग इन सर्जरियों का खर्च नहीं उठा सकते, वो नाक पर मेडिकल पट्टियां लगा कर घूमते हैं.

जर्द चेहरा

बेशक किसी का उखड़ा चेहरा उसके परेशान होने की निशानी है, पर चीन और थाईलैंड में यही चेहरा खूबसूरत लड़कियों की असल पहचान है. इसके लिए लड़कियां अपनी स्किन को सूरज के कांटेक्ट से बचाने की भरसक कोशिश भी करती हैं.

ऊंचा माथा

अफ्रीका के कई कबीलों की औरतें, ऊंचे माथे को खूबसूरती की निशानी मानती हैं. अपने माथे को ऊंचा दिखाने के लिए लड़कियां अपने सिर के आगे के बालों को हटवा लेती हैं. ऐसी ही सभ्यता का असर मालद्विप और यूरोप के कुछ क्षेत्रों में भी देखने को मिलता है.

लम्बी गर्दन

सारस की तरह लम्बी गर्दन की तारीफ कई कवियों ने की है. अगर आप कवियों की इन रचनाओं को हकीक़त में देखना चाहते हैं, तो इसके लिए बर्मा से बेहतर जगह शायद ही कोई और हो? यहां की लड़कियां अपनी गर्दन को लम्बा दिखाने के लिए चूड़ियों का सहारा लेती हैं. कई लोगों के मुताबिक ये चूड़ियां चीते के हमलों से लड़कियों की हिफ़ाजत करता है.

खींचे हुए होंठ

इथियोपिया की Mursi जनजाति के लोग बड़े-बड़े होंठों को खुबसूरत मनाते हैं, जिसके लिए ये लोग अपने होठों के बीच छेद करके एक ख़ास तरह की प्लेट रखते हैं. ये प्लेट्स यहां स्टेटस सिंबल के साथ ही सम्पन्नता की निशानी हैं. जानकार इसे दो तरह से देखते हैं पहला ये कि बुरी शक्तियों और आत्माओं का प्रवेश शरीर में होंठों के ज़रिये होता, जिसे ये प्लेट रोकती हैं. दूसरा ये कि इन होंठों की वजह से लोग Mursi जनजाति की लड़कियों को गुलाम नहीं बना पाते.

Monobrows

तजाकिस्तान और इसके आस-पास के इलाकों में लड़कियों की दोनों भौहों के बीच में उठने वाली हल्की काली लाइनों को खूबसूरती से जोड़ कर देखते हैं. यहां इसे लड़कियों के भाग्य से भी जोड़ा जाता है, जिसके लिए लड़कियां काजल का इस्तेमाल करके इन लाइनों को लाने के लिए करती हैं.