हमारी धरती का वातावरण बदल रहा है. गर्मी बढ़ रही है और ग्लेशियर्स पिघल रहे हैं. पूरी दुनिया के लिए ये खतरे की घंटी है. लेकिन इन पिघलते ग्लेशियर के कारण एक परिवार को 75 साल बाद अपने माता-पिता का शरीर मिला है.

घटना स्विज़रलैंड की है. 7 बच्चों के माता-पिता अपने रोज़मर्रा के काम के लिए बर्फ़ से ढके पहाड़ों पर जाते थे. 15 अगस्त 1942 को भी वो अपने घर से निकले. लेकिन फिर कभी वापिस नहीं आए. पुलिस और सुरक्षा दस्ते ने उन्हें हर जगह तलाशा, लेकिन उनकी कोई ख़बर नहीं मिली.
इस दम्पति के बच्चों ने कभी आस नहीं छोड़ी थी. लेकिन उन्हें पता था कि शायद ही कभी वो अपने माता-पिता को फिर देख पाएंगे.

करीब 75 सालों बाद जब ग्लेशियर पिघलने से इन दोनों की लाश मिली, तब इनके बच्चों ने इन्हें अंतिम विदाई देने का फ़ैसला किया.
उनकी बड़ी बेटी ने कहा कि ‘हम इनकी अंतिम विदाई में काले नहीं, बल्कि सफ़ेद कपड़े पहनेंगे. उनकी याद से ज़्यादा बेहतर होगा. हमने आख़िरी बार अपने माता-पिता को देखने की आस इतने सालों बाद खो दी थी. लेकिन इनके पार्थिव शरीर मिलने के कारण हमारी ये आस पूरी तरह हो गई’.
इन दोनों के मृत शरीर से मिले कागज़ात से पुलिस ने इनकी पहचान की और इन्हें परिवार को सौंपने का फ़ैसला लिया है.