अगर देखा जाये तो जानवरों से भी बहुत कुछ सीखा जा सकता है. आज के युग में तो ये कहना भी गलत नहीं होगा कि जानवरों में इंसानों से ज़्यादा ममता और दया भाव होता है. अलाहाबाद की ये घटना भी यही दिखाती है.

 

 

एक बन्दर को गली में एक अकेला पप्पी मिला. बन्दर को लगा कि उसे उसकी मदद करनी चाहिए, तो बन्दर ने नन्हे पप्पी को उठा लिया. ये मोहक दृश्य देख कर सड़क से गुज़र रहे लोग भी रुक कर तस्वीरें लेने लगे.

 

इस दौरान बन्दर ने पप्पी को खुद से चिपकाए रखा, जैसे वो उसी का बच्चा हो. एक तरफ इंसान हैं, जिनमें से कई तो इंसान के बच्चे को भी अपनापन नहीं दे पाते और एक तरफ हैं ये निश्छल, निःस्वार्थ प्रेम जो हम जानवरों से भी सीख सकते हैं.