जब भी किसी का पर्स या फिर मोबाइल पब्लिक प्लेस में खो जाता है तो बहुत कम ही लोग होते हैं जो उसे वापस पाने की आस रखते हैं. इसलिए वो इसकी मिसिंग रिपोर्ट भी नहीं लिखवाते. जो लिखवाते भी हैं वो 2-4 महीने में उसके मिलने की आस खो बैठते हैं. ऐसे लोगों के लिए एक पॉज़िटिव ख़बर आई है.

दरअसल, मुंबई में रहने वाले एक शख़्स का खोया हुआ पर्स उसे पूरे 14 साल बाद मिला है, लेकिन दुख इस बात का है कि उसमें रखे कुछ पैसे वो अब इस्तेमाल नहीं कर सकते. 14 साल बाद अपना खोया हुआ पर्स पाने वाले इस ख़ुशनसीब शख़्स का नाम हेमंत पडलकर है.

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उनका ये पर्स साल 2006 में मुंबई-पनवेल लोकल ट्रेन में खोया था. जब हेमंत का पर्स खोया था तब वो 28 साल के थे. उन्होंने रेलवे पुलिस को इसके खोने की रिपोर्ट भी करवाई थी. कई महीनों तक उसके बारे में पूछते भी रहे, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा.

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इस साल अप्रैल के महीने में उनके पास रेलवे पुलिस का फ़ोन आया. उनके कर्मचारी ने बताया कि उनका खोया हुआ पर्स मिल गया है. ये सुनकर हेमंत हैरान रह गए. मगर लॉकडाउन होने के चलते वो उसे लेने पुलिस चौकी नहीं पहुंच सके.

कुछ समय पहले ही हेमंत को उनका पर्स रेलवे पुलिस ने वापस दिया है. उसमें 900 रुपये थे जिसमें एक 500 का पुराना नोट था. इसे रेलवे पुलिस ने वापस नहीं दिया है, क्योंकि वो नोट रिज़र्व बैंक में जमा करना होगा.

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पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वो नोट बैंक में वापस करना होगा. इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि जिस चोर के पास से हेमंत का पर्स मिला है उसके पास बहुत से 500 के पुराने नोट मिले हैं. इन्हें बैंक में जमा करवाने की प्रकिया जारी है.

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