मुंबई पुलिस की जांबाज़ी के चर्चों से हर कोई वाकिफ़ है. चाहे वो 26/11 के हमलों में जान की परवाह किए बिना मासूम जानें बचाना हों, या मुंबई बाढ़ के वक़्त लोगों की सहायता करना हो. या फिर हाल ही में कमला मिल्स की घटना के दौरान सबकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हो. मुंबई पुलिस के सिपाहियों ने बहादुरी के कई उदाहरण पेश किए.

हम पुलिसवालों को गर्म मिज़ाज़ी ही मानते हैं, उनका काम होता ही ऐसा है कि वे नर्मी नहीं बरत सकते. लेकिन हमारी जेनेरेशन है Fun Loving, Chilled Out जेनेरेशन. मुंबई पुलिस ने हमसे जुड़ने के लिए एक तरीका भी ढूंढ निकाला, मज़ेदार ट्वीट्स का तरीका.

आज हमने बनाई ही कुछ ऐसे मौकों की सूची, जिसमें मिलेंगे मुंबई पुलिस की जाबांज़ी, दिलेरी और ख़ुशमिजाज़ी के कुछ उम्दा उदाहरण:

1. जब बाढ़ के दौरान सुनिश्चित की सबकी सुरक्षा.

2. 26/11 को शायद ही कोई भूल सकता है.

3. जब कैंसर से जूझ रहे बच्चे की आख़िरी इच्छा की पूरी.

कैंसर से जूझ रहा ये बच्चा स्टेशन इंचार्ज बनना चाहता था, मुंबई पुलिस ने उसकी आख़िरी तमन्ना पूरी की.

4. शोभा डे ने जब एक सिपाही का मज़ाक उड़ाया, तब मुंबई पुलिस ने उन्हें, उन्हीं की भाषा में समझाया.

5. जब नियमों को समझाने के लिए उन्होंने अपनाया Memes का तरीका.

6. कमला मिल्स हादसे में बचाई कई जानें.

Financial Express

7. 67वें स्वतंत्रता दिवस पर शहीदों के लिए शुरू किया एक पल की शांति का कैंपेन.

Afaqs

8. जब एक सिपाही ने बचाई ट्रेन से कूद रही महिला यात्री की जान.

9. कुछ और मज़ेदार ट्वीट्स

सिर्फ़ मुंबई पुलिस ही नहीं, देश की अन्य पुलिस फ़ोर्सेज़ की जांबाज़ी के एेसे ही कई क़िस्से मिल जायेंगे. सीमा पर खड़े जवान अगर 24 घंटे हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, तो देश की सीमा के अंदर खड़ी पुलिस हमें अंदर के ख़तरे से बचाती है. हम अक़सर पुलिस फ़ोर्स का शुक्रिया अदा करना भूल जाते हैं. बहुतों की सोच तो ये ही है कि पुलिस सिर्फ़ परेशान करने के लिए होती है, पर ये सच नहीं है. चुनींदा भ्रष्ट सिपाही और अफ़सरों के कारण पूरी पुलिस फ़ोर्स को भला-बुरा कहना सही नहीं है. अपनी व्यस्त ज़िन्दगी से कुछ पल निकालिये और हमारी पुलिस फ़ोर्स को भी थैंक्स कहिये. इतना तो कर ही सकते हैं.