इस दुनिया में न जाने कितने डे होते हैं. ‘मां’ के लिए मदर्स डे, ‘प्यार’ के लिए वेलेंटाइन डे, तो पापा के लिए फ़ादर्स डे. ऐसे मौक़े पर हम अपने सुपरहीरो यानि ‘पापा’ को कैसे भूल सकते हैं. हर बच्चे के लिए जितनी इम्पॉर्टेन्ट मां होती हैं उतने ही पापा भी होते हैं. पापा का प्यार थोड़ा अलग किस्म का होता है लेकिन उस प्यार में ममता मां जैसी ही होती है. हर बच्चे के लिए उसके पापा किसी सुपरहीरो से कम नहीं होते हैं.
1. पापा दिला सकते हैं हर चीज़
जब हम छोटे थे तो लगता था पापा हर चीज़ दिला सकते हैं. उस वक़्त पैसे कहां से आएंगे ये तो नहीं जानते थे बस इतना जानते थे कि चीज़ चाहे कोई भी क्यों न हो पापा ज़रूर दिला देंगे. हर बच्चे की आंखों में पापा के लिए यही एहसास होता है. पापा वाक़ई में सुपरहीरो होते हैं. इसका एहसास इंसान को तब होता, जब वो ख़ुद एक दिन पापा बन जाता है.
2. पापा हर ख़राब चीज़ को ठीक कर देते हैं
बचपन में जब भी हमारी खेलने वाली कोई चीज़ ख़राब हो जाती थी, तो हम रोते हुए मम्मी के पास पहुंच जाते थे, जवाब में मम्मी ये कहकर चुप करा देती थीं कि पापा आएंगे तो ठीक कर देंगे. हम भी पापा के आने का इंतज़ार करते थे कि वो आएंगे और सब ठीक कर देंगे. पापा आते थे और सब ठीक भी कर देते थे. उसके बाद की उस ख़ुशी का एहसास हमें अब भी होता है. जब कभी भी किसी बड़ी मुसीबत में होते हैं तो भी सबसे पहले पापा ही याद आते हैं. पापा बचपन में भी हमारे लिए सुपरहीरो थे और आज भी हैं.
4. मुझे बचपन में क्रिकेट खेलने का बड़ा शौक़ था
जब मैं छोटा था तो मुझे क्रिकेट खेलने का बड़ा शौक़ था. एक बार खेलते-खेलते मेरा बैट टूट गया. गांव में रहते थे इसलिए नए बैट के लिए 10 किमी दूर शहर जाना पड़ता था. बैट टूटने पर मैं बहुत रो रहा था तभी मेरे सुपरहीरो पापा आये और उन्होंने मेरे लिए लकड़ी का एक शानदार बैट बना दिया. सच कहूं तो जितनी ख़ुशी मुझे आज ये बात बताने में हो रही है उतनी ही ख़ुशी उस दिन पापा के हाथ से बने उस बैट को पाकर हुई थी. आज जब भी उस ख़ूबसूरत पल को याद करता हूं तो पापा के लिए प्यार और भी बढ़ जाता है.
5. उम्र कोई भी हो बाप-बाप होता है और बेटा-बेटा
भले हम उम्र में कितने भी बड़े क्यों न हो जाएं. लेकिन बाप बाप होता है और बेटा बेटा. पापा से हम कितना भी छिपाने की कोशिश करे लें, उनकी नज़रों से कुछ बच नहीं सकता है. लेकिन ये भी सच है कि हमें आज भी पापा से बड़ी उम्मीदें होती है कि वो कुछ भी कर सकते हैं. क्योंकि पापा हर उम्र में हमारे लिए सुपरहीरो ही रहेंगे.
6. पापा को इस ‘फ़ादर्स डे’ के मौके पर गले लगाकर थैंक्स कह सकते हो
मम्मी से तो हम जब चाहे तब गले लगकर अपने प्यार का एहसास कर लेते हैं. लेकिन पापा के साथ ऐसा नहीं हो पता है. अगर आपने भी आजतक पापा को कभी गले लगाकर शुक्रिया नहीं बोला. भले ही हम फ़ोन पर पापा से 30 सेकंड से ज़्यादा बात नहीं कर पाते. लेकिन ये अच्छा मौका है उन्हें अपने प्यार का एहसास कराने का और उन्हें ये कहने का कि We Always Love You and Proud You Papa.
हैप्पी फ़ादर्स डे…