भगवान शिव अपने साधारण जीवन के लिए जाने जाते हैं. ये कैलाश में बसते हैं, सारी मोह-माया से दूर, तन ढकने को शेर की खाल पहनते हैं और आभूषण के रूप में सांप. गंगा इनकी जटा से निकलती है और चांद, दक्ष के श्राप से बचने के लिए इनके जूड़े में छिपा बैठा है. इन्हें खुश करने के लिए धतूरा, बेल पत्री, भांग, दूध, चंदन और राख बहुत है. लेकिन ऐसा माना जाता है कि ये पांच चढ़ावे शिवलिंग पर नहीं चढ़ाने चाहिए.
शिवलिंग पर ये पांच वस्तुएं कभी न चढ़ाएं!
केतकी के फूल
एक बार भगवना विष्णु और ब्रह्मा जी में तीनों लोकों पर अधिकार को लेकर लड़ाई हो गई. ये लड़ाई इतनी बढ़ गई कि दोनों एक दूसरे का वध करने चले थे. उस वक़्त भगवान शिव ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रकट हुए और उन्होंने ब्रह्मा और विष्णु से उनकी शुरुआत और अंत खोजने को कहा. विष्णु अंत खोजने लगे, पर उसे खोज नहीं पाए और आकर महादेव ये सच बता दिया. ब्रह्मा जी जब ज्योतिर्लिंग की शुरुआत नहीं खोज पाए, तो उन्होंने शिव जी से झूठ बोलने का सोचा और इसमें उन्होंने केतकी के फूल को भी शामिल कर लिया. वो महादेव के पास गए और कहा कि उन्होंने मूल खोज लिया है और केतकी के फूल ने भी यही कहा. झूठ से गुस्साए महादेव ने ब्रह्मा जी का एक सिर काट कर उन्हें श्राप दे दिया कि उनकी पूजा भगवान के रूप में नहीं होगी और इसी के साथ उन्होंने फूल को भी श्राप दिया कि उसका इस्तेमाल उनकी पूजा में कभी नहीं हो सकता.
तुलसी
शिवपुराण के अनुसार, जलंधर नाम के असुर को वरदान था कि वो किसी भगवान से हार नहीं सकता. ये वरदान उसकी पत्नी, तुलसी की पवित्रता पर निर्भर था. जलंधर के वध के लिए भगवान विष्णु को धोके से तुलसी को अपवित्र करना पड़ा और भगवान शिव ने जलंधर को भस्म कर दिया. अपने पति की मौत और भगवान के धोखे से गुस्साई तुलसी ने अपनी पवित्र पत्तियों को उन पर चढ़ाए जाने से मना कर दिया.
सिंदूर
सिंदूर को माना जाता है कि ये पत्नियां अपने पति की लम्बी उम्र के लिए मांग में भरती हैं. भगवान शिव सर्वोच्च विनाशकारी हैं. ऐसे में सिंदूर को शिवलिंग पर चढ़ाना अशुभ माना जाता है.
नारियल का पानी
आप नारियल भगवान शिव की प्रतिमा पर चढ़ा सकते हैं पर नारियल का पानी शिवलिंग पर नहीं. शिवलिंग पर जो भी चीज़ चढ़ाई जाती है, वो निर्मल हो जाती है और उसे ग्रहण नहीं किया जाता. दूसरी तरफ़ नारियल का पानी अगर चढ़ाया जाता है, तो प्रसाद के तौर पर उसे ग्रहण करना ज़रूरी होता है. इसी कारण नारियल का पानी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाया जाता.
हल्दी
हल्दी को माना जाता है कि वो महिलाओं की सुंदरता बढ़ाती है और शिवलिंग भगवान शिव का प्रतीक है.