बहुत सारे Sci-Fi शोज़ में Alternate Universe या हमारे जैसी ही एक दूसरी दुनिया की बात होती है. कुछ दिनों पहले एक ऐसा ही शो देख रही थी, Fringe. शो का हीरो, हमारी दुनिया से किसी दुनिया में पहुंच जाता है. ये दुनिया हू-ब-हू हमारी दुनिया के जैसी है. यूं समझ लीजिये कि शीशे के इस तरफ़ आप खड़े हैं, शीशे के दूसरी तरफ़ आपका रिफ्लेक्शन. सब कुछ वही, वही लोग, वही जगहें और वही रास्ते. कुछ समय के लिए मैं इस शो में इतना खो गयी थी कि Alternate Universe के कॉन्सेप्ट पर कई चीज़ें पढ़ने की कोशिश की.
हाल ही में आयी एक नयी थ्योरी और एक नए खुलासे में Alternate Universe में यकीन रखने वाले कई लोगों की Imagination को और बढ़ावा दिया है. इस खुलासे के हिसाब से स्पेस में एक Cold Spot मिला है, जो शायद इस ओर इशारा करता है कि हमारे अलावा भी एक या एक से ज़्यादा दुनिया है.
क्या होता है Cold Spot?
कहा जाता है कि जब भी हमारा यूनिवर्स किसी दूसरे यूनिवर्स से टकराएगा तो एक ऐसा स्पॉट बनेगा, जो दूसरी दुनिया में जाने के लिए दरवाज़े का काम करेगा. इस Spot को Cold Spot इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि इसका टेम्परेचर अंतरिक्ष के नॉर्मल तापमान से कम होता है. और टेम्परेचर में ये फ़र्क एक ख़ास ही एरिया में महसूस हो रहा है.
इस Cold Spot की खोज वैसे तो 2004 में हुई थी और 2013 में ESA के Planck Mission ने ये कंफ़र्म भी किया था, लेकिन पहली बार इस पर इतनी प्रॉपर रिसर्च निकली है. Durham University के प्रोफ़ेसर, टॉम शैंक्स की रिसर्च ने ये तो प्रूव कर दिया है कि ये Cold Spot किसी Supervoid की वजह से नहीं, बल्कि दो अलग Universes के आपस में टकराने से बना है. Supervoid का कॉन्सेप्ट निकला था Big Bang Theory की वजह से, जिसके हिसाब से स्पेस में विस्फ़ोट हुआ और उसके बाद यूनिवर्स और स्पेस का बाकी हिस्सा अस्तित्व में आया.
अभी तक Parallel या Alternate Universe, मेरे जैसे ख़्वाबज़ादों की Imagination का हिस्सा हुआ करता था, लेकिन इस Cold Spot से उस दुनिया या कई दुनियाओं के दरवाज़े पर दस्तक देने का मौका मिल सकता है.
(दूसरी दुनिया में भी क्या मैं ऐसी ही होउंगी?)