अख़बारों में ख़बरों के अलावा भी बहुत कुछ छपता है. गुमशुदा की तलाश वाले विज्ञापन, मैट्रीमोनियल विज्ञापन, जन्मदिन की शुभकामनाएं, घर-नौकरी ढूंढने वाले विज्ञापन और श्रद्धांजलि या शोक संदेश.

आम लोगों के शोक संदेश में व्यक्ति के बारे में बताया जाता है या फिर मरणोप्रांत होने वाले कर्म-कांडों की जानकारी दी जाती है. लेकिन अगर किसी जानी-मानी हस्ती की मृत्यु होती है, तो अख़बारों में उस शख़्सियत के जीवन से जुड़ी हुई कई कहानियां लिखी जाती हैं.

श्रद्धांजलि वाले लेखों में मृत्यु से ज़्यादा जीवन की बात की जाती है, कितनी दिलचस्प बात है न? कुछ अंतिम शब्द उनके लिए जिन्होंने इंसानों की भलाई के लिए किया कुछ काम.

New York Times, एक जाना-माना अंग्रेज़ी अख़बार है. इसमें भी श्रद्धांजलियां(Obituaries) छपती हैं. पर इस अख़बार ने कुछ दिनों पहले ये स्वीकार किया कि उन्होंने 1851 से स्टोव टॉप स्टफ़िंग के आविष्कारक, ओपरा गायकों, राज्यों के प्रमुख आदि समेत हज़ारों Obituaries छापीं. अधिकतर श्वेत पुरुषों की. पिछले दो सालों में भी उनकी 5 Obituaries में से सिर्फ़ एक 1 ही किसी महिला पर थी.

क्या इतने सालों में किसी महिला ने दुनिया पर अपनी छाप नहीं छोड़ी होगी या फिर क्या समाज के लिए कुछ नहीं किया होगा? अपनी इस भारी भूल को पहचानकर इस अख़बार ने अब उन लोगों की Obituaries छापने का निर्णय लिया.

ये अपनेआप में ही एक बहुत बड़ी बात है.

अपनी इस नई पहल के तहत इस अख़बार ने प्रिंट की 15 महिलाओं की Obituaries, जिन्होंने दुनिया पर छोड़ी अनोखी छाप-

1. Ida.B.Wells (1862-1931)

अमेरिका बेहतरीन ख़ोजी पत्रकार Ida ने दक्षिण अमेरिका में फैल रहे जातिवाद के मुद्दे को उठाया और भीड़ द्वारा वहां की जा रही निर्मम हत्याओं की रिपोर्टिंग की. अपने जीवनकाल में Ida अमेरिका की सबसे जानी-मानी अश्वेत महिला थीं. पीड़ितों की आवाज़ बनकर उभरी थीं Ida. 25 मार्च, 1931 को 68 वर्ष की आयु में किडनी के रोग के कारण उनकी मृत्यु हुई.

2. Qiu Jin (1875-1907)

Qiu को चीन की ‘Joan of Arc’ कहा जाता था. चीन की बाकी महिलाओं से बेहद अलग थीं Qiu, वो बचपन से ही चाहती थीं कि उनका नाम इतिहास में दर्ज हो. Wine, तलवारें और बम बनाना उनके शौक़ में शुमार थे. रूढ़िवादी चीन सोच(वही औरतों को घर में क़ैद रखने वाली सोच) को चुनौति देते हुए उन्होंने महिलाओं की आज़ादी के लिए संघर्ष किया. उस दौर में उन्होंने अपने पैर नहीं मुड़वाये(Lotus Feet, जिसमें औरतों के पांव की हड्डियों को कलम नुमा बना दिया जाता था). इतना ही नहीं, शिक्षा ग्रहण करने के लिए उन्होंने घर भी छोड़ दिया. नारीवाद की समर्थक Qiu को 31 साल की उम्र में ही 15 जुलाई, 1907 सज़ा-ए-मौत दी गई.

3. Mary Ewing Outerbridge (1852-1886)

1874 में अमेरिका का प्रथम टेनिस कोर्ट Mary ने स्थापित किया था. पर ये इतना भी आसान नहीं था. 1887 में अमेरिका में पहली महिला टेनिस चैंपिनयशिप आयोजित की गई पर इससे ठीक एक साल पहले, 3 मई, 1886 को 34 वर्ष की आयु में Mary की मृत्यु हो गई थी.

4. Diane Arbus (1923-1971)

Diane एक जानी-मानी फ़ोटोग्राफ़र हैं, जिनकी तस्वीरें फ़ोटोग्राफ़र्स के लिए एक प्रेरणा हैं. अपने पूरे करियर के दौरान उन्होंने बेड़ियों और फ़ोटोग्राफ़ी के तय पैमानों को तोड़ा. समाज के हाशिये पर खड़े व्यक्तियों की ज़िन्दगी को वो कैमरे में क़ैद करती थीं. 1960 के दशक में उन्होंने प्रेमी जोड़ों की बेडरूम तस्वीरें भी खिंची. 26 जुलाई, 1971 में 48 साल की उम्र में उन्होंने आत्महत्या कर ली.

5. Marsha P. Johnson (1945-1992)

Marsha एक ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट थीं. Gay राइट्स के लिए उन्होंने आवाज़ उठाई. 1992 में 46 की उम्र में संदिग्ध हालत में उनकी मौत हो गई, पर प्रेस में इस ख़बर पर काफ़ी कम लिखा गया. उन्होंने न सिर्फ़ LGBT के हक़ों के लिए आवाज़ उठाई, बल्कि बेघर लोगों के हक़ की भी बात की. कुछ लोग उन्हें संत भी मानते थे.

6. Sylvia Plath (1932-1963)

अंग्रेज़ी की जानी-मानी कवयित्री, जिन्होंने बेरहमी से अपनी ही जान ले ली. गैस स्टोव में सिर डाल कर Sylvia ने 30 साल की उम्र में 11 फरवरी, 1963 को आत्महत्या कर ली. क्योंकि ये आत्महत्या थी इसलिये मौत को ज़्यादा तवज्जो नहीं दी गई. Ted Hughes, अंग्रेज़ी के जाने-माने कवि से 4 महीने के अफ़ेयर के बाद शादी कर ली थी Sylvia ने. लेकिन कुछ वर्षों की शादी के बाद 1962 में दोनों अलग हो गए. Sylvia पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा. वो अवसाद ग्रसित हो गईं और दूसरे कमरे में बच्चों को सोता छोड़ उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया.

7. Henrietta Lacks (1920-1951)

वो अमेरिका के Baltimore से आगे नहीं गईं पर उनके शरीर के Cells दुनिया के सभी जाने-माने Laboratories में हैं. Henrietta एक Slave की पड़-पड़-पड़पोती थीं और तंबाकू की खेती करती थीं. उनके परिवार के कई लोग गरीबी में ही जीते रहे, जब कि उनके Cells ने मेडिकल इतिहास में क्रांति ला दी. 31 वर्ष की आयु में Cervical Cancer से 4 अक्टूबर, 1951 को Henrietta की मौत हो गई पर अपने पीछे वो मेडिकल फ़िल्ड के लिए विरासत में बहुत कुछ छोड़ गईं. उनके शरीर से निकाले गए Cells द्वारा कैंसर के इलाज संभव है या नहीं इस पर सालों तक शोध किया गया. लोगों ने करोड़ों रुपये कमाये पर कहीं भी उनके नाम का ज़िक्र तक न किया गया. कैंसर का पूरी तरह इलाज कैसे हो ये तो अब तक पता नहीं चल पाया है लेकिन उनके Cells से Hemophilia, Herpes, Influenza, Leukemia, Parkinson’s Disease में मदद मिली. उन्हीं के Cells के कारण Polio की दवा हमें मिली.

8. Madhubala (1933-1969)

हम भारतीयों के लिए ही नहीं, विश्व के कई लोगों के लिए ये नाम अनजान नहीं है. बॉलीवुड की पहली भूतिया फ़िल्म से लेकर मुग़ल-ए-आज़म की अनारकली तक कई फ़िल्मों में काम किया मधुबाला ने. उनकी रील लाइफ़ जितनी सफ़ल थी, रियल लाइफ़ उतनी ही उतार-चढ़ाव भरी थी. 9 साल की उम्र से ही वो फ़िल्मों से जुड़ी थी. उनकी तुलना Marilyn Monroe से भी की जाती है. अपने 36वें जन्मदिन के 9 दिन बाद ही 23 फरवरी, 1969 को लंबी बीमारी के बाद उनकी मृत्यु हो गई.

9. Emily Warren Roebling (1843-1903)

19वीं शताब्दी के आख़िर की बात है, उस वक़्त औरतों का Construction Site पर जाना बहुत बड़ी बात मानी जाती थी. बात उस समय की है जब न्यूयॉर्क का Brooklyn Bridge बनाया जा रहा था, चीफ़ इंजीनियर, Washington A. Roebling अचानक बीमार हो गए. उस वक़्त उनकी पत्नी Emily Warren Roebling ने अपने पति का काम संभाला. इस ब्रिज को पार करने वाली वो पहली व्यक्ति भी थीं. 19वीं शताब्दी की बेहतरीन संरचनाओं में से एक है Brooklyn Bridge. 28 फरवरी, 1903 को 60 वर्ष की आयु में पेट के कैंसर से Emily की मृत्यु हुई. बहुत से लोग ऐसा भी मानते हैं कि उनके बिना ये ब्रिज कभी पूरा नहीं हो पाता.

10. Nella Larsen (1891-1964)

Harlem Rennaisance(अश्वेतों के सांसकृतिक, साहित्यिक उत्थान की एक क्रांति, जो न्यूयॉर्क के Harlem में हुई) के दौर की लेखिका थीं Nella. जातिवाद पर काफ़ी अलग ढंग से लिखा Nella ने. जीवनकाल में सिर्फ़ 2 उपन्यास और कुछ लघु कहानियां लिखने के बावजूद उन्हें उस दौर की महत्वपूर्ण लेखिका माना जाता है. ग़ौरतलब है कि उनका जीवन अंधकार में ही बिता. 30 मार्च, 1964 को 72 वर्ष की आयु में हार्ट अटैक से उनकी मृत्यु हो गई.

11. Ada Lovelace (1815-1852)

कंप्यूटर के दौर के लगभग एक सदी पहले ही Ada ने कंप्यूटर की कल्पना कर ली थी. 1843 में उन्होंने इस मशीन के बारे में लिखा था. वो जिस कंप्यूटर की बात कर रही थी(Charles Babbage का Analytical Engine) वो कभी बना नहीं, पर Ada को दुनिया की पहली Computer Programmer ज़रूर कहा जाता है. Ada उस दौर की महिला थीं जब महिलाओं की जगह रसोई ही समझी जाती थी. ये कहा जाता था कि महिलाएं वैज्ञानिक सोच रख ही नहीं सकती. हर साल अक्टूबर में Ada Lovelace Day मनाया जाता है. 36 साल की आयु में, 1852 में Uterine Cancer से उनकी मृत्यु हो गई.

12. Margaret Abott (1878-1955)

ओलंपिक चैंपियनशिप जीतने वाली अमेरिका की पहली महिला, जिसने इस सफ़लता के बारे में सुनने से पहले ही दुनिया को अलविदा कह दिया. Ladies’ Golf Competition जीतने वाली Margaret को छोटा सा कवरेज और एक Porcelain Bowl के अलावा और कुछ नहीं मिला. 76 वर्ष की आयु में, 10 जून, 1955 को उनकी मृत्यु हो गई.

न्यूयॉर्क टाइम्स इस श्रृंखला को जारी रखते हुए नए-नए Obituaries लिख रहा है. देर से ही सही उन लोगों को भी पहचान मिल रही है, जिनकी स्मृतियां मृत्यु के बाद कहीं विलुप्त सी हो गई हैं.

अगर आप भी चाहते हैं कि किसी जानी-मानी हस्ती पर इस अख़बार के लेखक कुछ लिखें, तो ये फ़ॉर्म भर कर उन्हें सूचना दे सकते हैं:

https://www.nytimes.com/interactive/2018/obituaries/formacist-overlooked.html