ग़ालिब ने इश्क़ को आग का दरिया कहा है. मुकम्मल आशिक़ी के लिए इस आग के दरिया को पार करना ज़रूरी है. पर ये इश्क़ की परिभाषा इंसानी दुनिया के लिए है या फिर हर प्राणी के लिए ये किसी ने नहीं बताया.
मोहब्बत में इंसान, इंसान नहीं रहता. पर क्या परिंदें भी मोहब्बत के मारे हो सकते हैं? न्यूज़ीलैंड की एक घटना से तो ऐसा ही लगता है.
न्यूज़ीलैंड के माना आईलैंड में संरक्षणकर्मी जाने-अनजाने ही बन गये एक पंछी की मौत की वजह. इस देश में संरक्षणकर्मी Gannet पक्षियों की Breeding Colony स्थापित करना चाहते थे, इसके लिए इन लोगों ने कंक्रीट के तकरीबन 80 कृत्रिम पक्षी बनवाए और पार्क में रखवाए. यही नहीं, सौर-ऊर्जा से चलने वाले Speakers से संरक्षणकर्मी Gannet पक्षी की आवाज़ भी निकालते थे.
इस झांसे में बहुत दिनों बाद एक Gannet पक्षी फंसा और वो उड़कर उस पार्क में पहुंचा और वहीं रहने लगा. संरक्षणकर्मी को लगा कि उस पक्षी के पीछे ही दूसरे Gannet पक्षी भी आएंगे. पर इस पक्षी के अलावा कोई भी इस पार्क में नहीं आया. पक्षी का नाम रखा गया Nigel. ये सन् 2013 की बात है.
Nigel उस आईलैंड में अकेला रहता. 5 साल तक अकेले रहने के बाद कुछ तीन हफ़्ते पहले उस आईलैंड में 3 अन्य Gannet पंछी उड़कर आये. लेकिन शायद Nigel उनसे दोस्ती न कर पाया और उसकी मौत हो गई.
संरक्षणकर्मी Chris Bell को Nigel का मृत शरीर उन्हीं कृत्रिम पुतलों के पास मिला. Chris ने कहा,
Nigel अपने दोस्तों के प्रति बहुत वफ़ादार था. मुझे लगता है उसका जीवन बहुत ज़्यादा निराशाजनक था. वो अकेला था या नहीं, लेकिन उसे कभी कुछ नहीं मिला. ये बहुत ही अजीब अनुभव रहा होगा, क्योंकि वो सालों से एक पक्षी की तरफ़ आकर्षित था. हम सभी को उससे सहानुभूति है, क्योंकि उसकी ज़िन्दगी में आशा नहीं थी.
Chris ने बताया कि जिस कृत्रिम पंछी से Nigel को प्यार हो गया था, उसके लिए उसने एक घोंसला भी बनाया था. वो उसी पुतले के पास रहता और अकसर उसके पंखों को सहलाता.
जब 3 हफ़्ते पहले 3 असली Gannet पंछी उस आईलैंड पर आए तब संरक्षणकर्मी को लगा कि Nigel की उनसे दोस्ती हो जायेगी, पर इसके ठीक विपरीत Nigel की मौत हो गई.
Chris का कहना है कि असल पंछियों में Nigel ने कभी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. Nigel अलग था, क्योंकि उसने पुतलों को सच मान लिया था जबकि बाकी तीन परिंदे पुतलों से आकर्षित नहीं हुए थे.
Nigel को संरक्षणकर्मी ‘No Mates’ बुलाते थे, यानि जिसका कोई साथी न हो.
ये पंछी क्या महसूस करता था, ये तो हम और आप नहीं समझ सकते, लेकिन पक्षी भी टूटकर प्रेम कर सकते हैं, ये हमें पता चला. Nigel की कहानी बहुत सारे इंसानों की ज़िन्दगी की हक़ीक़त भी होगी, आप कहीं न कहीं इस कहानी से ख़ुद को जोड़कर देखेंगे
Nigel को उस दुनिया में अपना साथी मिले, ऐसी हम उम्मीद करते हैं.