भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बाद ग़रीब दिहाड़ी मज़दूरों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में जरूरतमंदों की मदद के लिए कई सरकारी व गैर-सरकारी संगठन आगे आ रहे हैं.

इन्हीं में से एक नोएडा के सेक्टर 78 स्थित ‘रोटी बैंक’ भी है. इस संगठन को नोएडा अथॉरिटी और सेक्टर 78 के निवासियों ने ग़रीबों की मदद के लिए शुरू किया है.

ये ‘रोटी बैंक’ लॉकडाउन के बीच रोजाना लगभग 3,000 से 4,000 ग़रीब मज़दूरों और जरूरतमंदों को खाना खिला रहा है. इसी महीने 12 अप्रैल को शरु हुआ ये ‘रोटी बैंक’ 11 दिनों में 1 लाख 10 हज़ार चपातियां बना चुका है.

नोएडा सेक्टर 78 के Antariksh Golf View 2 सोसाइटी में रहने वाले ब्रजेश शर्मा ने बताया कि ‘रोटी बैंक’ की शुरुआत Antariksh Golf View 1, 2 और Assotech Windsor सोसाइटी के कुछ लोगों ने मिलकर की थी.
हमने इसके बाद नोएडा सेक्टर 70 से लेकर 79 की सभी सोसाइटियों को इसकी जानकारी दी. जब सभी लोगों ने इसमें सहमति दिखाई तो हम अपने इस प्रस्ताव को लेकर नोएडा अथॉरिटी के पास गए. अथॉरिटी भी हमारे इस प्रस्ताव से सहमत हो गई और हमें घर-घर जाकर रोटी कलेक्शन के लिए एक वाहन भी दिया.

इसके बाद हमने सभी सोसाइटियों का एक Whatsapp ग्रुप बनाया. हर सोसाइटी में खली बॉक्स रख दिए ताकि लोग उसमें रोटियां रख सकें. इस दौरान शाम 4 बजे के बाद हर घर से लोग 4-4 रोटियां लेकर इस बॉक्स में रख देते हैं. शाम करीब 5:30 हम सभी बॉक्स कलेक्ट करके उसे हर सोसाइटी के गेट के पास रख देते हैं.

Assotech Windsor सोसाइटी में रहने वाले नितिन जैन का कहना है कि इसके बाद शाम क़रीब 6 बजे नोएडा अथॉरिटी की एक गाड़ी आकर सभी डिब्बों को उठाकर सोरखा गांव स्थित कम्युनिटी किचन ले जाती है. यहाँ पर ग़रीब दिहाड़ी मज़दूरों के लिए सब्ज़ी और दाल बनाई जाती है.
शुरुआत में तीनों सोसाइटी के लोगों ने रोजाना 400 चपातियां बनाकर ग़रीबों की मदद की थी. आज क़रीब 25 सोसाइटियों के लोग मिलकर इस नेक काम को अंजाम दे रहे हैं. नोएडा अथॉरिटी रोजाना इन सोसाइटियों से 1500 से अधिक रोटियां कलेक्ट करती है.

नोएडा स्थित ये ‘रोटी बैंक’ रोजाना ज़रूरतमंदों के लिए भोजन बनाने और वितरण का नेक काम कर रहा है.