यादें किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं. अच्छी यादों के साथ हर कोई जीना चाहता है, लेकिन बुरी यादें अक्सर लोगों को परेशान करती हैं और लोग उससे छुटकारा पाना चाहते हैं. मुझे विश्वास है कि आपके जीवन में भी कई ऐसी बुरी यादें होंगी, जिन्हें आप आज तक भुला नहीं पाए होंगें. कई यादें इतनी पीड़ादायक होती हैं कि उनके साथ जीना बहुत मुश्किल होता है. लेकिन आपके दिमाग में Store हो चुकीं बुरी यादों को चुन-चुनकर डिलीट किया जा सकता है, यानि हमेशा के लिए मिटाया जा सकता है.
दरअसल हम सभी के मस्तिष्क में Glial कोशिकाएं मौजूद होती हैं, इसका काम हमारी तंत्र कोशिकाओं को सिग्नल देने होता है. इन्हें Microglial Cells भी कहा जाता है. ये नींद के दौरान 60 प्रतिशत उन चीज़ों को मस्तिष्क में स्थान देती हैं, जो हम ज़्यादा सोचते हैं. इसके अलावा हर दिन हम जो भी नई चीज़ें सीखते हैं, ये उसे भी मस्तिष्क में सुव्यवस्थित ढंग से स्टोर करती हैं.
नींद के दौरान मस्तिष्क में C1q प्रोटीन का उत्पादन करके बुरी यादों को हमेशा के लिए नष्ट किया जा सकता है.
मान लीज़िए, आपको ऑफ़िस से एक फ़ोन आता है कि आपको एक नए प्रोजेक्ट पर काम करना है, अभी ये ख़ुशी ढंग से सेलिब्रेट भी नहीं की थी कि, अचानक आपका आपके पार्टनर के साथ झगड़ा हो जाता है. अब आप नए प्रोज़ेक्ट पर ध्यान देने के बजाए, लड़ाई के बारे में ज़्यादा सोचेंगे, जो कि किसी भी नॉर्मल इंसान के साथ होता है. ये झगड़ा द़िमाग में इतना हावी हो जाएगा कि वो हमेशा के लिए एक बुरी याद बनकर रह जाएगा.
वहीं अगर आप इस झगड़े को भुला कर. सिर्फ़ अपने काम पर ध्यान देना चाहते हैं, तो झगड़े के बारे में ज़्यादा सोचने के बजाए प्रोजेक्ट के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा सोचें. कुछ समय बाद झगड़े वाली बात आपके द़िमाग से हमेशा के डिलीट हो जाएग.
ये चीज़ आप रोज़ाना कर सकते हैं. किसी भी बुरी याद को मिटाने के लिए आप अच्छी चीज़ों पर ज़्यादा फोकस करें. Automatic बुरी यादें आपके मस्तिष्क पर कभी हावी नहीं होंगी. अब ये आप पर निर्भर करता है कि आप अपने जीवन में बुरी यादों को जगह देना चाहते हैं, या अच्छी. ‘The Choice Is Yours’.