तस्वीर एक ऐसी किताब की तरह होती है, जिसमें आप अपनी यादों को संभाल कर रख सकते हैं. ऐसी ही यादों को कुछ लोगों ने अपने करीबियों की मौत के बाद आखिरी अमानत के तौर पर अपने पास संभाल कर रखा. आज हम आपके लिए ऐसी ही कुछ तस्वीरों को ले कर आये हैं, जो आपको भले ही डरावनी लगें, पर कुछ लोगों के लिए ये किसी की यादों की आखिरी निशानी से कम नहीं है.

ये तस्वीर Della Powell की है, जिनकी मृत्यु 1894 में हो गई थी. 1880 की जनगणना के मुताबिक, वो 1840 में पैदा हुई थी. Crockett County में रहने वाली Della खेतों में काम करती थीं और शादी न करने के बावजूद उनके 6 बच्चे थे, जिसमें से एक 1876 में पैदा हुआ था.

1900 में ली गई ये तस्वीर एक लाश के पोस्टमार्टम के बाद की है, जो कुर्सी पर बैठा हुआ अपने माथे पर हाथ को रखे हुए है. इस तस्वीर में व्यक्ति की आंखों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है, जैसे वो ज़िंदा हो.

इस तस्वीर में एक मां अपनी मृत बेटी के साथ दिखाई दे रही है. इस तस्वीर को लेने के लिए मृत लड़की को अच्छे से तैयार कराया गया था और मां के साथ बैठाया गया था. मृत लड़की की खुली आंखों वाली ये तस्वीर अपने आप में ही काफ़ी कुछ कहती है.

ये तस्वीर Mary Maria Stuar की है, जिसकी मौत 1885 में हो गई थी. इस तस्वीर को लेने वाले फ़ोटोग्राफ़र को पहले ही समझा दिया गया था कि ये तस्वीर ऐसी होनी चाहिए, जिसमें Maria जीवित लगनी चाहिए.

करीबियों की मौत के बाद यादों को इस तरह सुरक्षित रखने की शुरुआत Victorians ने की थी. 1839 से पहले इन यादों को पेंटिंग्स के रूप में रखा जाता था, पर ये पेंटिंग्स आम लोगों की पहुंच से बहुत बाहर थीं. कैमरे के आने के बाद इन पेंटिंग्स की जगह फ़ोटोज़ ने ले ली, क्योंकि फ़ोटोज़, पेंटिंग्स की तुलना में ज़्यादा सस्ती पड़ती थी. इन तस्वीरों को Post-Mortem फ़ोटोग्राफ़ी के रूप में पहचाना जाता है, जो कब्र में जाने से पहले ली जाती है.

ये तस्वीर 1910 की है, जिसमें एक मृत व्यक्ति को घर के अंदर ताबूत में लेटा हुआ दिखाया गया है.

इस तस्वीर में औरत के चेहरे का दुःख साफ़ देखा जा सकता है. इसमें ये अपने मृत बेटे की लाश के साथ आखिरी याद को संभालने की कोशिश कर रही है.

बेल्जियम की रहने वाली इस औरत की ये तस्वीर 1865 में ली गई थी.

ताबूत में लेटे हुए आदमी की 1905 में ली गई ये तस्वीर 20वीं सदी की शुरुआत में ली गई तस्वीरों में से एक थी, जो लेने के साथ लोगों के बीच काफ़ी पॉपुलर हुई थी.

1890 में ली गई बच्चे के पोस्टमार्टम की ये तस्वीर इंग्लैंड के कैबिनेट कार्ड का हिस्सा बनी थी.

अमेरिका के Kentucky में 1901 में ली गई ये तस्वीर Iola Haley Newell की है. इस तस्वीर में उनके बच्चे भी एक ओर खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं.

1905 में ली गई ये तस्वीर यूरोप से निकल कर अमेरिका तक प्रसिद्ध हुई. इस तस्वीर को औरत के परिवार ने उसकी मौत के बाद आखिरी निशान के तौर पर लिया था.

‘Darling Little Ernest’ नाम की ये तस्वीर 6 नवंबर 1868 को इंग्लैंड में काफ़ी प्रसिद्ध हुई थी. इस तस्वीर को न्यूयॉर्क में लिया गया था, जिसमें एक औरत अपने मृत बच्चे के साथ बैठी हुई दिखाई दे रही है.

1780 में पैदा हुई ग्रैंडमदर 1856 में अपने आखिरी समय कुछ ऐसी दिखाई दी थीं.

इस तस्वीर को मशहूर फ्रेंच फ़ोटोग्राफ़र Louis-Jacques-Mandé Daguerre ने 1839 में लिया था. Daguerre, अब्राहम लिंकन, Ulysses S Grant और Robert E Lee समेत कई शक्तिशाली लोगों की तस्वीर ली थी.

इस लिस्ट में सिर्फ़ इंसान ही नहीं, बल्कि जानवर भी शामिल है. 1895 में ली गई इस तस्वीर में एक कुत्ते के साथ उससे प्यार करने वाली लड़कियां नज़र आ रही हैं.

1870 में अमेरिका के Philadelphia में ली गई मां और उसके मृत बेटे की एक तस्वीर.

अपने पिता को आखिरी बार देखते उसके बच्चे.

स्कॉटलैंड के Ayshire में 1872 में ली गई ये तस्वीर उस बच्चे की है, जो पैदा होते ही मौत की नींद सो गया था.

12 सितम्बर 1854 में ली गई ये तस्वीर एक मां के साथ उसकी मृत बेटी की है. इस तस्वीर में इस मां का दर्द साफ़ देख सकते हैं.

1910 में इस बच्चे की मौत के बाद इसे ख़ूबसूरत फूलों और कपड़ों के साथ सजाया गया था.